उत्तर प्रदेश के कौशांबी में तीन भाई अपने हैंडपंप की बोरिंग ठीक करा रहे थे। लेकिन पाइप निकालते समय वह उपर हाईटेंशन बिजली के तार से छू गई। जिसके करंट की चपेट में आकर तीनों भाईयों की मौत हो गई। जबकि तीन और लोग झुलस गए हैं।
कौशाम्बी. दो सालों से खराब पड़े हैंडपंप को दुरस्त करने में जुटे गढ़वा गांव के एक परिवार के तीन भाइयों की मौत हो गई। दरअसल, बोरिंग का पाइप ऊपर से गुजरी हाईटेंशन से छू गया था। जबकि तीन लोग झुलसे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक और घायलों को जिला अस्पताल भेजा है। युवकों के जीवित होने की आस में परिवार के लोग अस्पताल परिसर में लाशो को लेकर इधर उधर भागते दिखाई पड़े। इस दौरान नाराज़ लोगो ने अस्पताल के डाक्टरों पर इलाज न करने का भी आरोप लगाया।
गढ़वा निवासी देशराज, धरमराज व रामहित तीनों सगे भाई है। उनके दरवाजे पर सरकारी हैंडपंप लगा है, जो करीब दो साल से खराब था। ऐसे में परिवार के लोगों ने हैंडपंप के पाइप को निकालने का फैसला किया। जो दूसरे हैंडपंप में लगना था। बुधवार की शाम परिवार के रवि कुमार (26), राजकुमार (22) पुत्रगण देशराज, विनोद (17) व अनीस (10) पुत्र धर्मराज, भागवत (18) व संजय कुमार (20) पुत्रगण रामहित हैंडपंप का पाइप निकाल रहे थे। अचानक पाइप ऊपर से गुजरी हाई टेंशन लाइन के संपर्क में आ गया और उसमें करंट उतर आया। इसके चलते राजकुमार, भागवत व संजय की मौके पर मौत हो गई। जबकि रवि कुमार, विनोद व अनीस गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा होते ही वहां चीख पुकार मच गई।परिवार के साथ जुटे गांव के लोगों ने सभी को अस्पताल पहुंचाया । मरने वालो में राजकुमार और संजय दोनों सगे भाई बताये जा रहे है | चिकित्सकों ने घायलों का उपचार शुरू कर दिया। मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया |
परिवार वालों के मुताबिक गांव का हैण्ड पंप कई दिनों के खराब था जिसे आज ठीक कर रहे थे तभी पाइप निकलते समय पाइप ऊपर से गुजरने वाले बिजली के एचटी लाइन से टच हो गई | मौके पर ही 3 लोग मौके पर ही मर गए दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया है | अस्पताल में डाक्टर सही से इलाज नहीं कर रहे है बस केवल देख कर ही मरा बता दे रहे है |
लेकिन जिला अस्पताल के सीएमएस के मुताबिक अस्पताल में 5 लोगो को लाया गया था जिसमे 3 मृत थे और दो घायल है जिनका इलाज किया जा रहा है | घायल मरीजों की हालत भी अभी नाज़ुक बनी हुयी है | परिवार के लोग मृतकों का इलाज कराने के नाम पर उन्हें कहीं और लेकर गए हैं।