माना जा रहा है कि इस बैठक में भाजपा शासित राज्यों द्वारा श्रम कानूनों में बदलाव पर चर्चा होगी। असल में कांग्रेस कोरोना संकट में सरकार की तैयारियों और नीतियों पर सवाल उठा रही है और इसके लिए कांग्रेस ने आज विपक्षी दलों की वीडियो कांफ्रेंस मीटिंग बुलाई है।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में आज 18 राजनैतिक दलों के नेताओं की बैठक होगी। हालांकि सोनिया की बैठक में सभी विपक्षी दल शामिल नहीं होंगे। बसपा प्रमुख मायावती ने पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष को झटका दिया है। हालांकि बसपा की तरफ से इस बैठक में शामिल होने को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस बैठक में शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि इस बैठक में भाजपा शासित राज्यों द्वारा श्रम कानूनों में बदलाव पर चर्चा होगी। असल में कांग्रेस कोरोना संकट में सरकार की तैयारियों और नीतियों पर सवाल उठा रही है और इसके लिए कांग्रेस ने आज विपक्षी दलों की वीडियो कांफ्रेंस मीटिंग बुलाई है। विपक्षी दल बैठक में प्रवासी श्रमिकों को लेकर चर्चा करेंगे जबकि श्रम कानूनों में बदलाव पर भी इस बैठक में चर्चा की जाएगी। केन्द्र सरकार द्वारा घोषित किए गए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज पर भी कांग्रेस सहयोगियों से चर्चा करेगी।
असल में इस पैकेज को लेकर कांग्रेस दुविधा में है। क्योंकि इस पैकेज को लेकर उद्योग जगत खुश है और माना जा रहा है कि इस पैकेज से देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और इसका परिणाम आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा। लिहाजा कांग्रेस और विपक्षी दलों को लग रहा है कि इस पैकेज ने कांग्रेस और अन्य दलों को वैकफुट में ला दिया है। हालांकि कांग्रेस सभी परिवारों को 7,500 रुपये नकद देने की मांग कर रही है। इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उस बैठक में हिस्सा लेने की बात कही थी। जबकि सोनिया द्वारा बुलाई गई पिछली बैठक में ममता बनर्जी ने हिस्सा नहीं लिया था।