संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन यानी UNWTO के मुताबिक पश्चिमी देशों के लोगों में भारत के प्रति जिज्ञासा बढ़ी है। इसके कारण पर्यटक स्थल के तौर पर भारत की मांग बढ़ रही है। इसका दूसरा कारण भारत आने की वीजा प्रक्रिया में दी गई ढील है।
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन यानी UNWTO से भारत के लिए खुशखबरी आई है। हमारे देश में अब पहले से ज्यादा पर्यटक आ रहे हैं। पिछले साल पर्यटकों की संख्या में दस लाख का इजाफा हुआ है। साल 2016 में भारत में 1.45 लाख पर्यटक आए थे, जबकि साल 2017 में 1.55 लाख पर्यटक आए। इसका नतीजा यह हुआ कि देश को पर्यटन से होने वाली आय भी बढ़ गई। साल 2016 में जहां पर्यटन से आय 22.36 अरब डॉलर रही, वहीं 2017 में पर्यटन से होने वाली आय बढ़कर 27.42 अरब डॉलर हो गई। यानी देश को पर्यटन की वजह से पिछले साल से 5 अरब से ज्यादा आय हुई।
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन यानी UNWTO के मुताबिक पश्चिमी देशों के लोगों में भारत के प्रति जिज्ञासा बढ़ी है। इसके कारण पर्यटक स्थल के तौर पर भारत की मांग बढ़ रही है। इसका दूसरा कारण भारत आने की वीजा प्रक्रिया में दी गई ढील है। जिसके कारण देश अब ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।
पर्यटन के मामले में पूरे दक्षिण एशिया का प्रदर्शन अच्छा रहा है। लेकिन भारत पूरे दक्षिण एशिया का सिरमौर बनकर उभरा है।
पर्यटन का पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में 9 फीसदी योगदान है। किसी भी देश में बढ़ता हुआ पर्यटन, वहां की मजबूत होती पहचान और रुतबे का प्रतीक होती है।
दुनिया भर के देशों में जहां पर्यटकों की संख्या 3.8 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी है, वहीं भारत में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का आगमन 6.8 फीसदी रफ्तार से बढ़ा है। जो कि यह दर्शाता है, कि कैसे दुनियाभर में भारत एक मजबूत और सुरक्षित देश के रुप में अपनी पहचान बना रहा है। यह भविष्य के लिए बहुत अच्छा संकेत है।
फिलहाल दुनिया में चीन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, यूके और अमेरिका में सबसे ज्यादा पर्यटक जाते हैं। लेकिन भारत में इसी गति से पर्यटकों की संख्या बढ़ती रही तो जल्दी ही वह भी इस लिस्ट में शामिल हो जाएगा।