नशे के खिलाफ त्रिपुरा सरकार की जंग, एक और ड्रग माफिया गिरफ्तार

Published : Oct 17, 2018, 04:23 PM IST
नशे के खिलाफ त्रिपुरा सरकार की जंग, एक और ड्रग माफिया गिरफ्तार

सार

लेफ्ट शासनकाल में यहां पर नशे की समस्या विकराल थी। त्रिपुरा में हाल में ही लगभग तीन दशक पुराना वामपंथी पार्टी का शासन खत्म हुआ तो विप्लव देब ने राज्य को नशे से मुक्त कराने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया।

अगरतला— त्रिपुरा में जबसे बिप्लव देब की अगुआई वाली भाजपा की सरकार बनी है, राज्य को नशे के कारोबार से मुक्त कराने के लिए नशा मुक्त त्रिपुरा अभियान चला रखा है।

बुधवार की सुबह दुर्गा-अष्टमी के दिन सरकार के इस अभियान को उस समय बड़ी सफलता मिली जब त्रिपुरा पुलिस ने सुबह 8 बजे सोनामुरा के बिल्लाल मियां को धर्मनगर लोकल ट्रेन से यात्रा करते वक्त पकड़ा। अन्य सहयोगियों की मदद से बिल्लाल पूरे राज्य में नशे के व्यवसाय को संचालित करता था।

कुछ दिन पहले ही त्रिपुरा पुलिस ने ड्रग्स माफिया श्याम माणिक को गिरफ्तार किया था।

लेफ्ट शासनकाल में यहां पर नशे की समस्या विकराल थी। त्रिपुरा में हाल में ही लगभग तीन दशक पुराना वामपंथी पार्टी का शासन खत्म हुआ तो विप्लव देब ने राज्य को नशे से मुक्त कराने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया।

नारकोटिक्स विभाग ने हेरोइन, गांजा और ब्राउन शुगर के साथ साथ कफ सिरप, नशीली टेबेलेट्स की भारी खेप पकड़ी है। राज्य में बीजेपी की सरकार बनने के बाद नशीली वस्तुओं और बड़ी संख्या में सप्लायर्स की गिरफ्तारी हुई है।

9 मार्च 2018 को जब बिप्लब देब ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब से लेकर अभी तक पुलिस ने भारी मात्रा में नशे में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं को जब्त किया है।

ड्रग्स के खिलाफ इस जंग को पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक समझने से पता चलता है कि नशीले पदार्थों की जब्ती में 1541 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 
 

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