पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक ट्रैफिक कर्मचारियों समेत पुलिस के 13000 जवानों को तैनात किया गया है।
स्थानीय पुलिस के अलावा प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात जवान, वीवीआईपी लोगों के सुरक्षाकर्मी, पारा मिलिट्री जवानों की चप्पे-चप्पे पर तैनाती होगी। इन सबसे ऊपर वीवीआईपी लोगों के प्राइवेट सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेंगे।
सेंट्रल दिल्ली में उमड़ने वाले जनसैलाब को संभालने के लिए तमाम इलाकों में स्थानीय पुलिस के अलावा पारा मिलिट्री की जवानों की भी तैनाती है।
अटलजी की अंतिम यात्रा उनके आवास कृष्ण मेनन मार्ग से 7 किलोमीटर दूर बीजेपी केंद्रीय कार्यालय तक आएगी। दोपहर 2 बजे के करीब बीजेपी कार्यालय दीन दयाल उपाध्याय मार्ग से अटलजी के पार्थिव देह को स्मृति स्थल लाया जाएगा। 2 किलोमीटर के इस सफर में अनुमान के मुताबिक डेढ़ घंटे लग सकते हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सभी जिलों के एसीपी और इंस्पेक्टरों को मध्य दिल्ली में तैनात रहने के निर्देश दिए हैं। देश के हर हिस्से से नामचीन हस्तियां दिल्ली पहुंच चुकी हैं। स्पेशल सीपी रैंक के एक अधिकारी ने माय नेशन को बताया कि कंट्रोल रूम से सिक्योरिटी सिस्टम की निगरानी की जा रही है।
दिल्ली पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक को कंट्रोल करना है क्योंकि अंतिम यात्रा दिल्ली की लाइफ लाइन मानी जाने वाली रिंग रोड से गुजरेगी। दिल्ली पुलिस ने वाहन चालकों को पहले ही सेंट्रल दिल्ली की सड़कों से ना गुजरने की सलाह दी है। 2 बजे के बाद इलाके के कुछ मेट्रो स्टेशन भी लगभग घंटे भर के लिए बंद रहेंगे।
स्मृति स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम विदाई दी जाएगी। वाजपेयीजी से पहले 2012 में पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल का अंतिम संस्कार भी स्मृति स्थल पर ही किया गया था।