देश से गद्दारी महंगी पड़ी सैनिक को, ब्रह्मोस जासूसी कांड में शाामिल होने का शक

By Team Mynation  |  First Published Oct 17, 2018, 1:52 PM IST

पकड़ा गया जवान उत्तराखंड का रहने वाला है। यह पिछले 10 महीने से पाकिस्तान के संपर्क में था। पाकिस्तान के नंबरों पर लगातार बात करने से इस पर शक पैदा हुआ। इसके बाद ही इसके उपर नजर रखी जा रही थी।

मेरठ--पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में भारतीय सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया गया है।  गिरफ्तार किया गया आर्मी का जवान उत्तर प्रदेश के मेरठ छावनी में तैनात था। पूछताछ में उससे काफी अहम जानकारी मिली है।

सैनिक मेरठ छावनी में बतौर सिग्नलमैन तैनात था। उसके उपर पाकिस्तान की आईएसआई को पश्चिमी कमान बेस के तहत आने वाली डिविजन से जुड़ी तमाम जानकारियां साझा करने का आरोप है। उसके पास से संदिग्ध सामान बरामद किया गया है।

पकड़ा गया जवान उत्तराखंड का रहने वाला है। यह पिछले 10 महीने से पाकिस्तान के संपर्क में था। पाकिस्तान के नंबरों पर लगातार बात करने से इस पर शक पैदा हुआ। इसके बाद ही इसके उपर नजर रखी जा रही थी। आर्मी इंटेलीजेंट्स यूनिट हर गतिविधि पर बारिकी से नजर बनाए हुए थी।

आरोपी सैनिक तमाम जानकारी एंड टू एंड इंक्रिप्शन के जरिए भेजता था और ज्यादातर जानकारियां व्हाट्सएप पर साझा की। इस मामले में सेना के अधिकारियों ने अन्य जवानों से भी पूछताछ की है।

पकड़ा गया जवान 10 साल से सेना में कार्यरत है और पूछताछ में कई लोगों के नाम भी लिए हैं। अब आरोपी के खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की जाएगी। पकड़े गए जवान पर ब्रह्मोस जासूसी कांड भी शामिल होने का शक है।  

गौरतलब है कि यूपी और महराष्ट्र की पुलिस ने हाल ही में नागपुर डीआरडीओ काम करने वाले  निशांत अग्रवाल को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था। निशांत पर आरोप लगा है, कि उसने ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट की बहुत महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारियां पाकिस्तान पहुंचा दी।

बताया जा रहा है कि निशांत सीआईए की किसी महिला एजेन्ट के जाल में फंसा हुआ था। वह डीआरडीओ के ब्रह्मोस एरोस्पेस में पिछले चार सालों से काम कर रहा था। वह सीनियर सिस्टम इंजीनियर के पद पर है और वह हाइड्रोलिक-न्यूमेटिक्स और वारहेड इंटीग्रेशन प्रोडक्शन विभाग के 40 लोगों की टीम का प्रमुख के तौर पर काम कर रहा था।

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