आगरा की पुलिस छापेमारी के दौरान एडवोकेट सुनील शर्मा की अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई। सुनील शर्मा की न्यू आगरा थाने की पुलिस को जमीन से जुड़े एक मुकदमे में तलाश थी। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए अधिवक्ता दूसरे फ्लैट में छिपे हुए थे। वहां से गिरने के कारण उनकी मौत हुई है।
आगरा। यूपी के आगरा जिले में यूपीएसआईडीसी मार्ग पर स्थित मंगलम आधार अपार्टमेंट में 01 मार्च की देर रात पुलिस ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान एडवोकेट सुनील शर्मा की अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई। युवा अधिवक्ता संघ के संरक्षक सुनील शर्मा की न्यू आगरा थाने की पुलिस को जमीन से जुड़े एक मुकदमे में तलाश थी। अधिवक्ता की मौत को दुर्घटना बता रही पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए अधिवक्ता दूसरे फ्लैट में छिपे हुए थे। वहां से गिरने के कारण उनकी मौत हुई है। वह अपने फ्लैट में नहीं थे।
रात 11.15 बजे दबिश देने पहुंची थी पुलिस
शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे न्यू आगरा कैंट थाने की पुलिस ने यूपीएसआईडीसी सिकंदरा मार्ग पर स्थित मंगलम आधार अपार्टमेंट में छापा मारा। लोगों ने बताया कि कुछ महीने पहले ही एडवोकेट सुनील शर्मा अपनी पत्नी सुनीता शर्मा के साथ मंगलम आधार अपार्टमेंट में रहने आए थे। वह फ्लैट नंबर 801 में परिवार के साथ रह रहे थे। शुक्रवार रात में पुलिस की गाड़ी अपार्टमेंट में दाखिल हुई। गाड़ी में एक महिला पुलिसकर्मी और तीन दरोगा थे। पुलिसकर्मी अधिवक्ता सुनील शर्मा के फ्लैट में जाते और कुछ देर बाद वापस लौटते हुए लोगों ने देखा।
बाहर टहल रहे लोगों ने पुलिस जीप रोकी
इस दौरान वहां टहल रहे लोगों ने देखा कि कोई ऊपर से गिरा है। पुलिस को गाड़ी में बैठा देखकर लोगों ने रोक लिया। पुलिसकर्मी अपनी गाड़ी से लहूलुहान हालात में पड़े अधिवक्ता सुनील शर्मा को अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस का दावा, दूसरे फ्लैट से गिरकर हुई अधिवक्ता की मौत
घटना की खबर मिलते ही कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंचे। जांच के दौरान पता चला कि सुनील शर्मा फ्लैट नंबर 802 से गिरे थे। जबकि वह रह रहे थे 801 नंबर फ्लैट में। फ्लैट नंबर 802 खाली पड़ा है। उसमें निर्माण कार्य चल रहा है। वह उसी में वह छुपे हुए थे।
पत्नी ने कहा, "दरवाजा तोड़कर घुसे पुलिस वाले, छोडूंगी नहीं"
अधिवक्ता सुनील शर्मा की पत्नी सुनीता शर्मा ने बताया कि वह दवा खाकर सो रही थी। रात में तकरीबन 11:15 बजे दरवाजा पीटने की आवाज सुनकर उनकी नींद खुल गई। पुलिस वाले दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आए थे। वह घर में तलाशी ले रहे थे। इस दौरान उनके पति सुनील शर्मा वहां नहीं दिखे। वह उन्हें ढूंढने लगी। तभी गार्ड ने सूचना दी कि वह नीचे गिरे हुए हैं। सुनीता शर्मा ने कहा कि उनके पति की जान पुलिस की वजह से गई है। मैं पुलिस वालों को किसी भी सूरत में छोडूंगी नहीं। उन्होंने दावा किया की न्यू आगरा थाने की पुलिस आई थी।
अधिवक्ताओं के बवाल की आशंका को लेकर पुलिस चौकन्ना
मंगलम आधार अपार्टमेंट में शुक्रवार की रात पुलिस दबिश के दौरान अधिवक्ता सुनील शर्मा की मौत के बाद से पुलिस महक में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस को डर है कि शनिवार को अधिवक्ता बवाल जरूर करेंगे। स्थिति बिगड़ सकती है। यह मानते हुए पुलिस ने रात से ही तैयारी शुरू कर दी थी। देर रात तक बैठकों का दौर चल रहा था। हॉटलाइन पर अधिकारियों से बातचीत हो रही थी। अधिवक्ताओं के आक्रोश को रोकने की जद्दोजहद जारी है। इमरजेंसी, पोस्टमार्टम हाउस, दीवानी न्यायालय और अपार्टमेंट के आसपास पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
अपहरण व जमीन के मामले में दर्ज एफआईआर के प्रकरण में पुलिस ने दी थी दबिश
केके नगर के रहने वाले मनोज शर्मा ने आरोप लगाए थे कि 31 जनवरी की सुबह वे दीवानी गए थे। दीवानी के बाहर से उनका अपहरण कर लिया। लायर्स कॉलोनी स्थित एक तीन मंजिला अपार्टमेंट के फ्लैट में ले गए। रिवाल्वर तान दी और गला घोटने के प्रयास किए गए। लिखित स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करा लिए। आरोप लगाया कि कूटरचित दस्तावेज बनाकर भावना एस्टेट के पास स्थित 1107 गज मीन को अपने नाम करा लिया।
युवा अधिवक्ता संघ के संरक्षक अधिवक्ता सुनील शर्मा और मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा सहित पांच लोगों के खिलाफ 2 फरवरी को न्यू आगरा थाने में fir दर्ज की गई थी। इसमें 20 - 25 अज्ञात लोगों का भी जिक्र किया गया है। इसी मामले में पुलिस अधिवक्ता नितिन शर्मा की तलाश कर रहने गई थी।
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