चुनावों के दौरान पोलिंग बूथ पर जाकर वोट डालने की इच्छा रखने वाले बुजुर्गों को सरकार की तरफ से नई सुविधा मिली है। अब पुलिंग बूथ पर 85 साल की उम्र तक के बुजुर्ग जाकर मतदान कर सकते हैं।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले केंद्र सरकार बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या वोटिंग की कतार में अधिक दिख सकती है, क्योंकि अब 85 साल से कम उम्र के मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर पहुंचकर वोट करना होगा। 85 वर्ष की उम्र से अधिक के मतदान मतदाताओं को घर पर पोस्टल बैलट से वोटिंग करने का की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। पहले यह उम्र सीमा 80 साल थी, जिसे केंद्र सरकार ने 5 साल बढ़ा दिया है।
चुनाव संचालन नियम में किया गया संशोधन
इलेक्शन कमीशन से मंथन करने के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने 01 मार्च को चुनाव संचालन नियम 1961 में संशोधन काआर दिया है। सरकार ने यह बदलाव पिछले 11 विधानसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान बुजुर्गों की स्थिति को देखते हुए किया है। बीते चुनाव में 80 साल से ऊपर के 97 से 98 फ़ीसदी बुजुर्गों ने पोस्टल बैलट के जरिए मतदान करने के बजाय पोलिंग बूथ पर जाकर वोट डालना पसंद किया था। जिसे देखते हुए सरकार ने 2020 में किए गए इस प्रावधान को संशोधित कर दिया है।
पहले 80 वर्ष तक के बुजुर्गों को मिलती थी पोस्टल बैलेट से मतदान की सुविधा
गौरतलब है कि चुनाव संचालन नियमों की धारा 27 ए के अनुसार 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग व्यक्तियों, चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारी और सेना के कर्मचारी एवं अधिकारियों के लिए पोस्टल बैलट यानि डाक मतपत्र की सुविधा निर्वाचन आयोग की तरफ से प्रदान की जाती है। वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में कोविड संक्रमित व्यक्तियों को भी महामारी अवधि के दौरान यह सुविधा दी गई थी। काउंटिंग के दौरान सबसे पहले पोस्टल बैलट की काउंटिंग होती है। उसके बाद ईवीएम में दर्ज वोटो की गिनती कराई जाती है। पोस्टल बैलट की संख्या कम होती है और यह पेपर वाले मतपत होते हैं। इसलिए इनकी गिनती भी आसानी से हो जाती है।
अब 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को मिलेगा पोस्टल बैलेट से वोटिंग का अधिकार
टाइम्स आफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग ने उन 11 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। जहां हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए हैं। इस बैठक में पता चला कि 80 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं में से सिर्फ 2 से 3 प्रतिशत बुजुर्ग ही घर पर रहकर पोस्टल बैलट के जरिए मतदान करने का विकल्प चुनते हैं। बाकी लोग मतदान केंद्रों पर जाना ज्यादा सुविधाजनक समझते हैं।
देश भर में 85 वर्ष से ज्यादा उम्र के मतदाताओं की संख्या है 85 लाख
देश भर में 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों की कुल संख्या करीब 1.75 करोड़ है। जिनमें 80 से 85 वर्ष की आयु वालों की संख्या 98 लाख है। यानि 85 लाख मतदाता ऐसे हैं, जो 85 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं। ऐसे मतदाताओं को पोस्ट वॉलेट से मतदान करने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
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Last Updated Mar 2, 2024, 8:15 AM IST