यूपी के एक और माफिया का खौफनाक अंत। हालांकि इस बार एनकाउंटर या मर्डर जैसी चीजे नहीं हुईं। मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से जान चली गई। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद यह चर्चा छिड़ गई है कि कभी जेलों को अपनी ऐशगाह मानने वाले इन माफियाओं के अब यह कैसे काल बनती जा रही है।
लखनऊ। यूपी के एक और माफिया का खौफनाक अंत। हालांकि इस बार एनकाउंटर या मर्डर जैसी चीजे नहीं हुईं। मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से जान चली गई। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद यह चर्चा छिड़ गई है कि कभी जेलों को अपनी ऐशगाह मानने वाले इन माफियाओं के अब यह कैसे काल बनती जा रही है।
मुख्तार को पहले से सता रहा था मौत का डर
मुख्तार अंसारी को मौत का डर पहले से ही सताने लगा था। 21 मार्च को उसने अपने वकील के माध्यम से बाराबंकी MP-MLA कोर्ट में अर्जी देकर बताया था कि जेल में उसके हत्या की साजिश रची जा रही है। उसने कहा था कि खाने में उसे स्लो प्वाजन दिया जा रहा है। मुख्तार के अलावा बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई। मुनीर, अंशू दीक्षित, गैंगस्टर राजेश टोटा और चाहबुली शहाबुद्दीन, ऐसे गैंगस्टर्स और अपराधी हैं, जिनकी मौत् सलाखों के पीछे हुई।
अतीक-अशरफ को तीन लड़कों ने भून डाला
15 मार्च 2023 को प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू जिला चिकित्सालय में मेडिकल चेकअप के लिए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई मो. अशरफ को पुलिस ले जा रही थी। उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने दोनों भाइयों को रिमांड पर लिया थी। तभी पत्रकार बनकर आए तीन युवकों ने माफिया ब्रदर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। पूछताछ में तीनों ने बताया था कि अतीक-अशरफ को मारकर वह तीनों नाम कमाना चाहते थे।
NIA अफसर के हत्यारोपी मुनीर की BHU मेडिकल कालेज में हो गई थी मौत
NIA अफसर तंजील अहमद की हत्या में दोषी ठहराए गए दुर्दात अपराधी मुनीर की जेल में ही सजा काटने के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में कोर्ट से मुनीर को फांसी की सजा हुई थी। मुनीर जेल में था। 21 नवंबर 2022 को बीमारी की वजह से उसे बीएचयू मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी।
बागपत जेल में सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी को सुला दी मौत की नींद
गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में लगभग 6 साल पहले हत्या हो गई थी। जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुनील राठी का नाम आया था। 14 मई 2021 को मुख्तार अंसारी के करीबी मेराज, माफिया मुकीम काला और अंशू दीक्षित की चित्रकूट जेल में गैंगवार के दौरान मौत हो गई थी। 2015 में मथुरा जेल में गैंगस्टर रोजेश टोटा की गैंगवार में मौत हो गई थी।
शहाबुद्दीन के लिए कोरोना बना काल
बिहार के सीवान से पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन की भी जेल में ही मौत हुई। 2021 में उसे तिहाड़ जेल में कोरोना हो गया था। जिसके बाद पूर्व सांसद को दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था।
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