कौन हैं सीएम सिटी गोरखपुर विवि की कुलपति बनने वाली पूनम टंडन?

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Aug 24, 2023, 11:42 PM IST

Poonam Tandon Vice Chancellor Gorakhpur University: लखनऊ यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर पूनम टंडन को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की होम सिटी गोरखपुर यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को इस सिलसिले में आदेश जारी कर दिया है।

Poonam Tandon Vice Chancellor Gorakhpur University: लखनऊ यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर पूनम टंडन को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की होम सिटी गोरखपुर यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को इस सिलसिले में आदेश जारी कर दिया है। राजभवन से यह आदेश जारी होने के बाद लोग प्रोफेसर पूनम टंडन के बारे में जानना चाहते हैं। यह और भी अहम हो जाता है, क्योंकि उन्हें दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का नया कुलपति बनाया गया है। आइए उनके बारे में डिटेल में जानते हैं। 

पूनम टंडन का अनुसंधान के क्षेत्र में लंबे समय से इंटरेस्ट

पूनम टंडन को क्वांटम रसायन, विज्ञान और रासायनिक भौतिकी जैसे सब्जेक्ट में विशेषज्ञता हासिल है। उनकी अनुसंधान के क्षेत्र में लंबे समय से रूचि रही है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 155 से ज्यादा रिसर्च पेपर पब्लिश हो चुके हैं। पिछले 5 वर्षों में बड़ी पत्रिकाओं मं 83 से ज्यादा रिसर्च पेपर पब्लिश हुए हैं। जर्मनी, नीदरलैंड, फ्रांस, अमेरिका, हंगरी, दक्षिण अफ्रीका, नेपाल, मलेशिया, सिंगापुर, इटली, ब्राजील, इंग्लैंड जैसे कंट्री के सम्मेलनों में 100 से ज्यादा रिसर्च पेपर प्रेजेंट हुए हैं। 

इस वजह से लोग जानना चाहते हैं पूनम टंडन के बारे में

पूनम टंडन को गोरखपुर विवि का कुलपति बनाए जाने पर लोग उनके बारे में इसलिए भी जानना चाहते हैं, क्योंकि बीते दिनों एबीवीपी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान गोरखपुर विवि के वर्तमान कुलपति राजेश सिंह का नाम चर्चा में आया था। उग्र कार्यकर्ताओं ने कुलपति, रजिस्ट्रार समेत अन्य लोगों पर धावा बोल दिया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। वैसे राजेश सिंह का कार्यकाल आगामी 4 सितम्बर को समाप्त हो रहा है। उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रोफेसर पूनम टंडन गोरखपुर विवि के कुलपति का पद ग्रहण करेगी। 

राजेश सिंह पर लगे थे ये आरोप 

हालिया गोरखपुर विवि के कुलपति राजेश सिंह और एबीवीपी के बीच जब विवाद काफी चर्चा में आया था। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई की थी। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कुलपति राजेश सिंह पर यह आरोप लगाया था कि उन्होंने रिसर्च के नाम पर करोड़ों की धनराशि सीड मनी के रूप में जारी की। पर उसका कोई हिसाब नहीं दिया गया। राजेश सिंह इसके पहले बिहार स्थित पूर्णिय विवि के कुलपति थे। वह मार्च 2018 से अगस्त 2020 तक वहां कुलपति रहें। 

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