डेड बॉडी से थोड़ी-थोड़ी देर में सड़ांध भी उठ रही थी। जिसकी वजह से पुलिस और परिवार के रिश्तेदार खुद को असहज महसूस कर रहे थे। पर लड़कियों के चेहरों पर निश्चिंतता थी। उनका हावभाव देखकर लोग सरप्राइज हो गए।
वाराणसी। यूपी के वाराणसी के लंका थाना इलाके से एक हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया है। मदरवां इलाके में दो बेटियां अपनी मां की डेड बॉडी के साथ एक साल से रह रही थीं। शरीर कंकाल में तब्दील हो चुका था। बेटियों ने मां की मौत की खबर न ही पड़ोसियों को दी और न ही किसी रिश्तेदार को। पड़ोसियों को शक हुआ तो लड़कियों के नाना को फोन कर जानकारी दी। फिर एक रिश्तेदार उनके घर पहुंचा। पुलिस बुलाई तब जाकर इस पूरे मामले से पर्दा उठा।
तीन दरवाजे तोड़कर घर के अंदर दाखिल हुई पुलिस
मौके पर पहुंची पुलिस तीन कमरों का दरवाजा तोड़कर मकान के अंदर दाखिल हुई। मकान के एक कमरे में मां की डेड बॉडी रजाई से ढंकी पड़ी थी। रजाई उठाया गया तो कंकाल में बदल चुकी लाश दिखी। दोनों बहनें दूसरे कमरे में रहती थीं। डेड बॉडी से थोड़ी-थोड़ी देर में सड़ांध भी उठ रही थी। जिसकी वजह से पुलिस और परिवार के रिश्तेदार खुद को असहज महसूस कर रहे थे। पर लड़कियों के चेहरों पर निश्चिंतता थी। उनका हावभाव देखकर लोग सरप्राइज हो गए। बहरहाल, पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। वर्तमान में पुलिस दोनों बहनों को मानसिक रूप से बीमार मान रही है और उन्हें लड़कियों के मौसा-+मौसी के सुपुर्द किया गया है।
6 साल से पति से अलग रह रही थी उषा
दरअसल, बलिया के बेल्थरारोड स्थित फूलपुर गांव के रहने वाले रामकृष्ण पांडेय का गंगा किनारे स्थित मदरवां में 22 साल पुराना मकान है। उनकी तीन बेटियों में उषा त्रिपाठी सबसे बड़ी थीं। उनका विवाह बेल्थरारोड के अखौख निवासी देवेश्वर त्रिपाठी से हुआ था। करीबन 6 साल पहले उषा अपने पति के घर से नाता तोड़कर मायके रहने चली आई थी और मदरवां के मकान में अपनी बेटियों पल्लवी (27) और वैश्विक त्रिपाठी (18) के साथ रहने लगी। पिता रामकृष्ण भी साथ रहते थे। उषा जीवन-यापन के लिए कास्मेटिक की दुकान चलाने लगी।
नाना भी उनका साथ छोड़ दूसरी बेटियों के साथ रहने लगें
बीते दो साल से रामकृष्ण अपनी दूसरी बेटियों के साथ रहने लगे। बताया जा रहा है कि 8 दिसम्बर 2022 को उषा त्रिपाठी का निधन हो गया। पर दोनों बेटियों ने इस बारे में किसी को नहीं बताया। वह घर से कम निकलती थीं। रिश्तेदारों को शक हुआ। पर दोनों बेटियां किसी को घर में घुसने नहीं देती थी। मिर्जापुर के रहने वाले लड़कियों के मौसा एक बार मदरवां घर पर गए थे। पर लड़कियों ने पुलिस बुलाने की धमकी देकर उन्हें घर से भगा दिया।
डायल 112 पर रिश्तेदार ने दी सूचना
इस बार एक बार फिर जब वह घर पहुंचे और दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने डायल 112 पर इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची लंका पुलिस ने वीडियोग्राफी कर दरवाजा तुड़वाया तो घर के अंदर के हालात पता चले।
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