- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के नौवें संस्करण का उद्घाटन किया। कहा, भारत को कारोबार सुगमता रैंकिंग में 2020 तक ‘टॉप 50’ में पहुंचाने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत कारोबार सुगमता के मामले में अगले साल तक शीर्ष 50 देशों में शामिल होने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है। वर्ल्ड बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग की नवीनतम रिपोर्ट में भारत ने 65 स्थानों की छलांग लगाते हुए 77वां स्थान हासिल किया है।
वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के नौवें संस्करण के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘मैंने अपनी टीम से कड़ा परिश्रम करने को कहा है ताकि देश को अगले साल कारोबार सुगमता के मामले में शीर्ष 50 देशों की सूची में स्थान दिलाया जा सके।’
The Vibrant Gujarat Summit has:
Dignity of the presence of top political leaders.
Energy of CEOs and corporate leaders.
Gravitas of institutions and opinion makers.
Vitality of young enterprises and start-ups. pic.twitter.com/roIIDySB2I
Those who have been visiting India in the last four years have seen first hand the series of transformations taking place.
We are reducing government and enhancing governance. pic.twitter.com/KAVoPe0m5D
Doing business in India is easier, cheaper, faster and smarter. pic.twitter.com/DkN3is5Iyj
— Narendra Modi (@narendramodi)New infrastructure for New India.
Transformative measures that are leading to transformative outcomes. pic.twitter.com/1O44Yz9KjH
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान उन बाधाओं को हटाने पर है जो देश को उसकी क्षमताओं के हिसाब से प्रदर्शन करने से रोक रही हैं। हम सुधारों और नियमों को सरल बनाने की प्रक्रिया जारी रखेंगे।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ‘सुधार, प्रदर्शन, बदलाव और बेहतर प्रदर्शन’ के मंत्र पर काम करते हुए ‘न्यूनतम सरकार - बेहतर शासन’ का लक्ष्य लेकर काम कर रही है।
मोदी ने कहा कि पिछले चार साल में देश की औसत सालाना जीडीपी वृद्धि 7.3 प्रतिशत रही है, जो 1991 के बाद से सर्वाधिक है। वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन की अवधारणा मोदी ने 2003 में की थी। उस समय वह राज्य के मुख्यमंत्री थे। इसके पीछे उनका लक्ष्य राज्य को देश का प्रमुख निवेश स्थान बनाना था।
मोदी ने कहा, वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन अब ग्लोबल इवेंट हो गया है। इसने आत्मविश्वास बढ़ाने का काम किया है। हम सहयोगी राष्ट्रों और साझीदारों का स्वागत करते हैं। यह सम्मेलन न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व के लिए अहमियत रखती है। भारत अब व्यापार के लिए पहले से कहीं ज्यादा अच्छी तरह से तैयार है। भारत में व्यापार करना अब पहले से ज्यादा आसान, सस्ता, तेज और अच्छा है।