वीरेन्द्र कुमार बने प्रोटेम स्पीकर, पीएम मोदी ये खूबी देखकर लिया फैसला

By Team MyNation  |  First Published Jun 11, 2019, 2:09 PM IST

वीरेन्द्र कुमार को पार्टी में सरल और सादगी पसंद सांसद के तौर पर जाना जाता है। वह अकसर अपने आवास, रेलवे स्टेशन से ऑटो के जरिए ही जाते हैं। लिहाजा पार्टी ने उनकी सादगी और ईमानदारी को देखते हुए उन्हें 17वीं लोकसभा के लिए प्रोटेम स्पीकर चुना गया है। हालांकि इस दौड़ में पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ सांसद भी थे।

नई दिल्ली। छह बार के लोकसभा सांसद वीरेंद्र कुमार को आज 17 वीं लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर चुना गया है। कुमार मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से बीजेपी के सांसद हैं और उन्हें पार्टी का दलित चेहरा माना जाता है। कुमार लोकसभा चुनाव संपन्न के बाद लोकसभा के पहले सत्र में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के तौर पर संसद की कार्यवाही को संचालित करेंगे।

वीरेन्द्र कुमार को पार्टी में सरल और सादगी पसंद सांसद के तौर पर जाना जाता है। वह अकसर अपने आवास, रेलवे स्टेशन से ऑटो के जरिए ही जाते हैं। लिहाजा पार्टी ने उनकी सादगी और ईमानदारी को देखते हुए उन्हें 17वीं लोकसभा के लिए प्रोटेम स्पीकर चुना गया है। हालांकि इस दौड़ में पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ सांसद भी थे।

इमसें बरेली से सांसद संतोष गंगवार और सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी का नाम प्रमुख तौर पर चल रहा है। कुमार बचपन से ही संघ से जुड़ गए थे। उनके बारे में कहा जाता है कि अगर उन्हें कहीं जाना होता है तो ऑटो या रिक्शे से चले जाते हैं। प्रोटेम स्पीकर तभी तक अपने पद पर रहता है जब तक कोई स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होती है।

जानें कौन है वीरेन्द्र कुमार

मध्य प्रदेश के सागर में 27 फरवरी, 1954 को जन्मे वीरेन्द्र कुमार पहली बार 1996 में सागर से लोकसभा सांसद चुने गए थे। उसके बाद 1996, 1998, 2004, 2009, 2014 में लगातार वह सांसद बने। कुमार डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से अर्थशास्त्र हैं और उन्होंने चाइल्ड लेबर में पीएचडी की है। 

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