रोज सुबह उठकर सूर्य मंत्रों का करें जाप, मिलेगा यश, धन

By Team MyNationFirst Published May 18, 2020, 6:57 PM IST
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हिंदू शास्त्रों के अनुसार सूर्य बारह राशियों के राजा है और सुबह उठकर उनकी पूजा करने वालों और दर्शन करने वालों को कभी भी जीवन में यश की कमी नहीं होती है। सूर्य से प्राप्त शक्ति को सौर ऊर्जा कहा जाता है और ये ऊर्जा अक्षय है। लेकिन सुबह भगवान सूर्य के दर्शन उस वक्त करने चाहिए जब सूर्य की रोशनी भगवा रंग की हो और देखने पर रोशनी आंखों में ना चुभे। 

नई दिल्ली। क्या आप सूर्य के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना कर सकते हैं। नहीं। अगर आप सुबह-सुबह भगवान सूर्य के दर्शन करते हैं और उनके मंत्रों का जाप करते हैं। तो आपके जीवन में कभी भी यश, धन की कमी नहीं होगी।  यही नहीं जीवन में बीमारियों से आप दूर रहेंगे। 

हिंदू शास्त्रों के अनुसार बारह राशियों के राजा है और सुबह उठकर उनकी पूजा करने वालों और दर्शन करने वालों को कभी भी जीवन में यश की कमी नहीं होती है। सूर्य से प्राप्त शक्ति को सौर ऊर्जा कहा जाता है और ये ऊर्जा अक्षय है। लेकिन सुबह भगवान सूर्य के दर्शन उस वक्त करने चाहिए जब सूर्य की रोशनी भगवा रंग की हो और देखने पर रोशनी आंखों में ना चुभे। इसलिए, यह कहना गलत नहीं होगा कि सूर्य अनन्त है और इससे प्राप्त लाभ बारहमासी हैं। दिलचस्प है, हिंदुओं का मानना ​​है कि सूर्य भगवान एकमात्र देवता हैं जिन्हें देखा जा सकता है। इसलिए, सूर्य देव हिंदू के जीवन में एक आवश्यक स्थान रखते हैं।

कई भक्त नियमित रूप से सुबह सूर्य देव को जल चढ़ाते हैं। भगवान को कलश से जल अर्पित करना चाहिए।  लेकिन ये ध्यान रहे कि आप अपनी राशि को देखते हुए भगवान सूर्य को जल अर्पित करें। क्योंकि माना जाता है कि जिनकी राशि में सूर्य कमजोर है उन्हें सूर्य को जल अर्पित नहीं करना चाहिए और जिनकी राशि में सूर्य उच्च स्थान पर बैठें हैं तो उन्हें भगवान सूर्य को शांत कराने के लिए जल अर्पित करना चाहिए।  इसलिए, जीवन में समृद्धि के लिए सूर्य देव के आशीर्वाद जरूर लें। आप रोज सुबह भगवान सूर्य के मंत्रों का जाप करें।

कैसे करें सूर्य के मंत्रों का जाप

ज्योतिषाचार्य आचार्य जिज्ञासु जी के मुताबिक सुबह उठकर जल्दी स्नान कर सूर्योदय के वक्त जब सूर्य भगवा रंग के हैं तो उनके सामने हाथ जोड़कर मंत्रों का जाप करना चाहिए। आप सूर्य को जल भी अर्पित कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपक किसी ज्योतिष की सलाह जरूर लें। क्योंकि सूर्य को जल राशियों के आधार पर दिया जाता है। लेकिन अगर आप जल नहीं देना चाहते हैं तो उनके सामने बैठकर मंत्रों का जाप करें। आप सूर्य के मंत्र ओम घृणि सूर्याय नम का भी जाप कर सकते हैं।

नमः सूर्याय शान्ताय सर्वरोग निवारिणे

आयु ररोग्य मैवास और देव देहि देवः जगत्पते

नमः सूर्याय शांताय सर्वग्रह निवारिणी

आयउ ररोग्य मसेवल्लम देहि देह जगत्पते

अर्थ और लाभ:

मैं सूर्य देव आपको को नमन करता हूं, जो आप अपनी ऊर्जा से दुनिया को आशीर्वाद देते हैं और जो लोगों को बीमारियों से छुटकारा पाने में मदद करती हैं।, हे ब्रह्मांड के राजा  हमें लंबे जीवन, अच्छे स्वास्थ्य और धन का आशीर्वाद दें।

इस मंत्र का जाप करके आप अपने मन को शांत कर सकते हैं और भीतर भगवान की उपस्थिति को महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा, सूर्य की ऊर्जा को अपने मन और शरीर में ग्रहण करने से नकारात्मकता से लड़ने के लिए शक्ति प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त रोज आदित्य ह्रदय स्तोत्रम का जाप करने से कई लाभ होते हैं। कोरोना संकट  काल में शरीर में प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने के लिए आदित्य हृदयम स्तोत्रम का पाठ जरूर करना चाहिए।  इसके साथ ही सूर्य का गायत्री मंत्र का भी जाप कर सकते हैं। जो इस तरह से है।

सूर्य गायत्री मंत्र

ॐ भास्कराय विद्महे महादुत्यठिकराया धीमहि तनमो आदित्य प्रचोदयात ||

ओम् भास्कराय विद्महे महादुदत्यकाराय धीमहि तन्न सूर्य प्रचोदयात्

ॐ सप्त-तुरंगय विद्महे सहस्र-किरणाय धीमहि तन्नो रविः प्रचोदयात्।

ओम् सप्त तुरंगाय विद्महे सहस्त्र किरणे धीमहि तन्नो रवि प्रचोदयात्
 

 

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