सोमवार को सुबह 11.30 बजे सुपर साइक्लोनिक तूफ़ान में अम्फ़ान तेज हो गया और तटीय ओडिशा में एक या दो स्थानों पर सोमवार शाम से भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने सोमवार को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में चक्रवात के कारण भारी बारिश की चेतावनी दी है।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई राज्यों में एम्फैन सुपर चक्रवात कहर ढा सकता है। इन दोनों राज्यों के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। हालांकि इन दोनों राज्यों में पहले से ही कोरोना का कहर है और वहीं अब चक्रवात के कारण राज्य सरकारों की परेशानी बढ़ गई है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद दोनों राज्य सरकार ने समुद्र के किनारों के जिलों में रहने वालों के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की।
सोमवार को सुबह 11.30 बजे सुपर साइक्लोनिक तूफ़ान में अम्फ़ान तेज हो गया और तटीय ओडिशा में एक या दो स्थानों पर सोमवार शाम से भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने सोमवार को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में चक्रवात के कारण भारी बारिश की चेतावनी दी है। विभाग का कहना है कि तटीय क्षेत्र, कोरापुट और रायगडा जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है, जबकि गजपति, गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होगी।
वहीं मंगलवार को जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, बालासोर, भद्रक और मयूरभंज जिलों में कुछ स्थानों पर भारी भारी वर्षा हो सकती है। जबकि खुरदा, पुरी और कटक जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होगी। इसी तरह इस चक्रवात के कारण बुधवार को भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, केंद्रपाड़ा और क्योंझर जिलों में अलग-अलग भारी वर्षा होगी। इसके बाद अम्फन के कुछ समय के लिए उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और फिर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उत्तर-पूर्व की ओर और पश्चिम बंगाल - दीघा (डब्ल्यूबी) और हटिया द्वीप (बांग्लादेश) के बीच बांग्लादेश के तटों पर बुधवार दोपहर या शाम को एक बहुत गंभीर चक्रवात आ सकता है।
इसकी रफ्तार 185 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से ज्यादा हो सकती है। इसी बीच राज्य के डीजीपी अभय ने तूफान की तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को भद्रक जिले का दौरा किया। राज्य में चेतावनी के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने तैयारियां शुरू कर दी है। किसी भी मछुवारे को समुद्र की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा है।