क्या हनी ट्रैप में फंसाए गए थे सुसाइड करे वाले फरीदाबाद के डीसीपी विक्रम कपूर

इस मामले में पुलिस ने एसएचओ अब्दुल शहीद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और इसके लिए नई एसआईटी की टीम का गठन किया है। राज्य के डीजीपी मनोज यादव एसआईटी टीम के काम से खुश नहीं हैं और उन्होंने नई टीम बनाने का आदेश दिया है। हालांकि ये बात सामने आ रही है कि अब्दुल शहीद किस महिला मित्र के जरिए डीसीपी को ब्लैकमेल कर रहे थे।

Was Vikram Kapoor, DCP of Faridabad, involved in Honey Trap?

फरीदाबाद। पिछले हफ्ते गोलीमार कर हत्या करने वाले फरीदाबाद डीसीपी विक्रम कपूर को कहीं हनी ट्रैप में तो नहीं फंसाया गया था। जिसके कारण वह तनाव में आए थे और वह आत्महत्या करने को मजबूर हुए। इस सुसाइड केस में अब नई एसआईटी का गठन किया गया है जो इस एंगल पर जांच करेगी। ये तो तय है कि एसएचओ किसी महिला के जरिए विक्रम कपूर को ब्लैकमेल कर रहा था। फिलहाल अभी इस मामले में किसी महिला की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

इस मामले में पुलिस ने एसएचओ अब्दुल शहीद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और इसके लिए नई एसआईटी की टीम का गठन किया है। राज्य के डीजीपी मनोज यादव एसआईटी टीम के काम से खुश नहीं हैं और उन्होंने नई टीम बनाने का आदेश दिया है। हालांकि ये बात सामने आ रही है कि अब्दुल शहीद किस महिला मित्र के जरिए डीसीपी को ब्लैकमेल कर रहे थे। क्योंकि इस महिला के कुछ मामलों की जांच डीसीपी विक्रम कपूर की देखरेख में चल रही थी। नई एसआईटी के मुखिया अमिताभ ढिल्लो को बनाया गया है। वहीं इस टीम में पानीपत के डीएसपी राजेश फोगाट भी होंगे।

फिलहाल पुलिस हनी ट्रैप पर जांच कर रही है। क्योंकि पुलिस को शक है कि एसएचओ अब्दुल शहीद की कोई परिचित महिला मित्र डीसीपी को ब्लैकमेल कर रही थी। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। वहीं जेल में बंद अब्दुल शहीद ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं। आरोपी निलंबित इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद अपने भांजे को किसी मर्डर के केस से बाहर निकलना चाहता था और इसके लिए उनसे विक्रम कपूर पर दबाव भी बनाया था। लेकिन वह नहीं मान रहे थे।

लिहाजा उसमें अपनी महिला मित्र के जरिए उन पर दबाव बनाया था। गौरतलब है कि 14 अगस्त बुधवार विक्रम कपूर ने अपने सिपाही की सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। कपूर फरीदाबाद में बतौर डीसीपी तैनात थे और वह अगले साल अक्टबूर में रिटायर होने वाले थे। आत्महत्या के बाद पुलिस को उनका सुसाइट नोट मिला था, जिसमें उन्होंने फरीदाबाद के एक थाने में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर अब्दुल शहीद पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था।

vuukle one pixel image
click me!