क्यों जरुरी है तीन तलाक पर कानूनी रुप से रोक? जानिए इस कुप्रथा के कुछ उदाहरण

By Team MyNation  |  First Published Dec 26, 2018, 2:05 PM IST

तीन तलाक पर रोक लगाने के लिए सरकार संसद में बिल पेश करने जा रही है। लोकसभा में 27दिसंबर को बिल पेश किया जाएगा। इसके लिए बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है।  इस व्हिप में बीजेपी ने सभी सांसदों को मौजूद रहने को कहा है।  


मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण (तीन तलाक) विधेयक पहले लोकसभा में पारित हो गया था,लेकिन राज्यसभा में यह पारित नहीं हो सका। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी तीन तलाक के मामलों को देखते हुए सरकार सख्त प्रावधान वाला अध्यादेश 19 सितंबर को लेकर आई, क्योंकि उस समय संसद की कार्यवाही नहीं चल रही थी। इन्हीं संशोधनों को स्थायी कानून बनाने के लिए सरकार नए सिरे से विधेयक लेकर आई है। 

सरकार की तरफ से तीन तलाक के खिलाफ अध्यादेश लाने के बाद भी इस तरह के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। आइए एक नजर डालते है हाल के दिनों में हुए कुछ तीन तलाक के मामलों पर

1.   तीन तलाक का ये मामला बुलंदशहर जिले के छछरौली कस्बे की है। जहां 50 साल की नाजनीन (बदला हुआ नाम) को उसके पति मुन्नवर (बदला हुआ नाम) ने तीन बार तलाक बोलकर तलाक दे दिया। आरोप है कि नाजनीन (बदला हुआ नाम) का पति अपने मामा की जवान बेटी को लाकर घर में रख रहा था। बीवी ने जब उसे मामा की बेटी के साथ सोने से मना किया तो उसने मामा की बेटी के साथ निकाह कर लिया और पहली पत्नी को तीन तलाक दे दिया।

2-हरियाणा के मेवात में पति ने स्टांप पेपर के माध्यम से तलाकनामा स्पीड पोस्ट के जरिये महिला के घर भेज दिया। दरअसल पीड़ित द्वारा पुलिस में ससुर के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दी गई थी। इसी को लेकर महिला के पति ने अपनी पत्नी को तलाक देकर उसे पत्नी के संबंध से आजाद कर दिया।

3-यूपी के बरेली में रजिया की शादी 13 साल पहले नईम से हुई थी। रजिया के परिजनों का आरोप है कि नईम दहेज के लिए उससे मारपीट करता था। कुछ समय से दिल्ली में रह रहे नईम ने इस साल अप्रैल में उसे फोन पर तीन तलाक दे दिया।

4-उत्तर प्रदेश के मऊ में एक मुस्लिम युवक ने अपनी पत्नी को तीन तलाक कहने के लिए दोस्त को माध्यम बनाया। दरअसल जिले के मोहम्मदाबाद गोहना कोतवाली क्षेत्र के प्रधानपुर गांव में एक युवक ने अपनी पत्नी को दोस्त के माध्यम से तीन तलाक भेजा। तलाक देने वाला युवक बेंगलुरु में रहता है।

5-बरेली में एक शख्स ने अपनी ही बहू से बलात्कार किया। यही नहीं उसके पति ने भी उसे तीन तलाक देकर उससे पीछा छुड़ा लिया। पीड़िता का गुनाह बस इतना था कि उसके भाई ने उसकी ननद से प्रेम विवाह कर लिया था। उन दोनों के विवाह की सजा लड़के की बहन को भोगनी पड़ी। उसके साथ उसके पिता समान ससुर ने बलात्कार कर डाला और पति ने तलाक दे दिया।  

6-मुजफ्फरनगर के एक शख्स ने फ्रांस से वीडियो कॉल पर अपनी गर्भवती बीवी को तलाक दे दिया। यही नहीं इसके बाद आरोपी पति ने पत्नी पर देवर से हलाला करने व गर्भपात करने का दवाब बनाया है। जब महिला ने इस बात का विरोध किया तो उसे घर में बंधक बनाकर रखा गया। महिला किसी तरह चंगुल से छूटकर परिजनों के पास पहुंची और आरोपियों के खिलाफ शिकायत की।

7-उत्तराखंड के खटीमा जिले में तीन तलाक और हलाला का एक अजीब मामला सामने आया है। यहां पर एक व्यक्ति ने पहले अपनी पत्नी को तलाक दिया फिर एक बुजुर्ग के पास हलाला के लिए भेजा लेकिन अब वह व्यक्ति उसकी पत्नी को वापस करनेसे इनकार कर रहा है।

8-बहराइच के सीमावर्ती रूपईडीहा इलाके में दहेज की मांग पूरी नहीं करने पर एक विवाहिता को सऊदी अरब में रह रहे उसके पति ने मोबाइल पर ‘तीन तलाक’ दे दिया।

9-उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक महिला ने अपने पति समेत चार लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि उससे निकाह हलाला के नाम पर चार लोगों ने गैंगरेप किया है। निकाह हलाला की ये घटना बताती है कि तीन तलाक के बाद महिलाओं को किन हालातों का सामना करना पड़ता है।

10-हरियाणा के यमुनानगर में एक महिला को उसके पति ने कोरियर से तीन तलाक भेजा है। इतना ही नहीं उसने हर्जाने यानी हक मेहर के रूप में 5100 रुपये का चेक भी साथ भेजा है।
तीन तलाक के खिलाफ अध्यादेश आने के बाद भी जिस तरह से देश के अलग-अलग हिस्से से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है उससे पता चलता है कि मुस्लिम महिलाएं किस तरह का नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। इन सबके बाद भी कांग्रेस पार्टी जिस तरह से तीन तलाक के फिलाफ पेश किए जाने वाले विधेयक का विरोध कर रही है उससे कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। कहीं कांग्रेस मुस्लिम महिलाओं को दोयम दर्जे का नागरिक मानती है?


 

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