Jul 30, 2018, 3:47 PM IST
उत्तर प्रदेश के बलिया में कई इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय है जिनको नियम को ताक पर रखकर चलाया जा रहा है। इन स्कूलों में पढ़ाई से ज्यादा जरूरी है जुम्मे की नमाज। इसलिए इन स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी होती है जबकि रविवार को इन स्कूलों में पढ़ाई होती है। ऐसा ही एक स्कूल है बलिया जिले के बेरुआरबारी क्षेत्र में स्थित सेमरी गांव का प्रथमिक विद्यालय जहां दशकों तक नियम के खिलाफ काम होता था। यहां पर भी शुक्रवार को छुट्टी और रविवार को स्कूल खोलने की परंपरा थी।
स्कूल के उपर इस्लामिया प्रथिमिक विद्यालय लिखा जाता रहा है। लेकिन अब यह परंपरा बदल गई है अब यह स्कूल शुक्रवार की जगह रविवार को बंद होता है। स्कूल से प्रथमिक शब्द को हटा दिया गया है। स्कूल के प्रधानाचार्य ने माय नेशन को बताया कि जब वह यहा आए तो यह सब देखकर हैरान रह गए और उन्होंने और इस परंपरा को बंद कर दिया क्योकि यह नियम विरुध था। जिसका कुछ लोग विरोध कर रहें है लेकिन उन्होंने इस विरोध के सामने झुकने से इनकार कर दिया।
उन्होंने बताया कि आजादी से पहले यह इस्लामिया स्कूल जरुर था लेकिन बाद में यह प्रथमिक विद्यालय बन गया। पहले यहां पर केवल उर्दू की पढ़ाई होती थी जो बंद हो गई और अब यहा पर सभी विषय पढ़ाए जाते हैं। फिर इस स्कूल का नाम इस्लामिया करने का क्या मतलब।