चौबीस घंटे में जिंदा हो गया ईडी का गवाह, खोलेगा राज

By Team MyNation  |  First Published Aug 1, 2019, 7:42 AM IST

दिल्ली की कोर्ट अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर घोटाले मामले में सुनवाई चल रही है। इस मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का भांजा भी ईडी के शिकंजे में है। कुछ दिन पहले ईडी ने कोर्ट को बताया कि इस मामले का गवाह केके खोसला शायद मारा गया है क्योंकि इस घोटाले में शामिल लोग प्रभावशाली हैं और वह किसी की भी हत्या करा सकते हैं।

नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने एक बड़ा बयान दिया है। जिस व्यक्ति को 24 घंटे पहले ईडी ने एक तरह से मृत घोषित कर दिया था, उसे अब वह जिंदा बता रही है। फिलहाल इस मामले में ईडी ने यूटर्न लिया है। ईडी ने कोर्ट में एक मृत घोषित किए गए गवाह को जिंदा बताया है।

क्योंकि वह पिछले ग्यारह महीने से गायब था। लिहाजा उसके बारे में अनुमान लगाया जा रहा था कि शायद वह मार दिया गया हो। ईडी ने कोर्ट को ये भी बताया कि गवाह केके खोसला एक दो दिन में कोर्ट में हाजिर भी हो सकते हैं। 

दिल्ली की कोर्ट अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर घोटाले मामले में सुनवाई चल रही है। इस मामले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का भांजा भी ईडी के शिकंजे में है। कुछ दिन पहले ईडी ने कोर्ट को बताया कि इस मामले का गवाह केके खोसला शायद मारा गया है क्योंकि इस घोटाले में शामिल लोग प्रभावशाली हैं और वह किसी की भी हत्या करा सकते हैं।

केके खोसला पिछले ग्यारह महीने के गायब है। लिहाजा उनकी हत्या भी हो सकती है। ईडी ने कोर्ट मे कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी ने 3,600 करोड़ रुपये की चॉपर डील से जुड़े हैं और ये लोग काफी प्रभावशाली हैं। लिहाजा इस मामले में गवाह केके खोसला की भी हत्या हो सकती है। 

गौरतलब है कि रतुल पुरी को कोर्ट ने जमानत दी है। जबकि कुछ पिछले हफ्ते ही वह ईडी के दफ्तर से पूछताछ के दौरान गायब हो गया था और उसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली थी। जिसके बाद कोर्ट ने उसे जमानत दे दी थी।

ईडी के मुताबिक रतुल पुरी की कंपनी को इस घोटाले में घूस मिली हुई है। बहरहाल ईडी का दावा है कि केस से जुड़े कुछ अहम दस्तावेज़ केके खोसला के पास हैं। गौरतलब है कि वीवीआईपी के लिए यूपीए सरकार के दौरान 3,600 करोड़ रुपये में हेलीकॉप्टर खरीदे जाने थे।

जिसके बाद हालांकि ये खरीद नहीं हो सकी। लेकिन इस मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी थी। फिलहाल इस मामले की जांच ईडी और सीबीआई के द्वारा की जा रही है। दोनों जांच एजेंसी कोर्ट में इस मामले में पहले ही कई आरोपपत्र दाखिल कर चुकी हैं।

click me!