World Tourism Day 2023: सभी Historical Sites में एंट्री फ्री, क्यों सेलिब्रिटी की पंसदीदा जगह बना राजस्थान?

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Sep 27, 2023, 1:40 PM IST

विश्व पर्यावरण दिवस (World Tourism Day 2023) के मौके पर राजस्थान में घूमने की पूरी आजादी है। सभी ऐतिहासिक स्थलों (Historical Sites) पर एंट्री फ्री की गई है। मतलब यह है कि आज के दिन आप बिना पैसे खर्च किए प्रदेश के स्मारकों और पर्यटन स्थलों में घूम सकते हैं।

जयपुर। विश्व पर्यावरण दिवस (World Tourism Day 2023) के मौके पर राजस्थान में घूमने की पूरी आजादी है। सभी ऐतिहासिक स्थलों (Historical Sites) पर एंट्री फ्री की गई है। मतलब यह है कि आज के दिन आप बिना पैसे खर्च किए प्रदेश के स्मारकों और पर्यटन स्थलों में घूम सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि रेगिस्तानी इलाके के रूप में मशहूर राजस्थान अब बॉलीवुड और विदेशी टूरिस्ट्स की पहली पसंद क्यों है? आइए इसकी वजह के बारे में विस्तार से जानते हैं।

टूरिस्ट्स को अट्रैक्ट करते हैं रेगिस्तान, नदिया, पहाड़ 

दरअसल, राजस्थान के रेगिस्तान हो या नदिया या फिर पहाड़, ये सब टूरिस्ट को अट्रैक्ट करते हैं। यहां हर थीम के लायक घूमने की जगह टूरिस्ट्स को मिलती है। रेगिस्तानी इलाके के जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर आदि इलाके की हवेलियां लोगों को भाती हैं। अब भी ज्यादातर हवेलियां और राजा महाराजाओं के महल लोगों को पसंद आते हैं। स्थानीय होटलों को महल और हवेलियों की थीम पर ही तैयार किया गया है। हालिया, राजस्थान के जैसलमेर जिले में बॉलीवुड एक्ट्रेस कियारा आडवाणी और एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा की शादी हुई थी। यह मैरिज होटल सूर्यगढ़ में हुई थी।

ये जिले क्यों बन रहे हैं टूरिस्ट्स की पंसदीदा जगह?

उदयपुर एरिया में प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और उदयपुर, राजसमंद जैसे जिले आते हैं। उदयपुर को झीलों की नगरी भी कहा जाता है। बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ में आज भी सबसे ज्यादा आदिवासी लोग रहते हैं। इसी वजह से ये जिलें अब धीरे-धीरे पर्यटकों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश इन्हीं इलाकों में होती रही है। मानसून के दौरान यहां का दृश्य लोगों का दिल जीत लेता है।

एडवेंचर और धार्मिक स्थलों के लिए विख्यात

एडवेंचर के लिए चंबल की घाटी में बना गडरिया महादेव और रणथंभौर का टाइगर नेशनल पार्क लोगों की विशेष पसंद है। सरिस्का अभयारण्य और तालछापर जैसे इलाके हमेशा टूरिस्ट्स से भरे होते हैं। धार्मिक स्थलों में खाटूश्याम, सालासर बालाजी और श्रीनाथजी के मंदिर के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं।

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