राजस्थान की बेटियां पूरे देश में प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। सिर्फ सरकारी नौकरी में ही नहीं, बल्कि खेलों के क्षेत्र में भी झंडा गाड़ रही हैं। ताजा मामले में जयपुर की रहने वाली दिव्यकीर्ति सिंह ने पूरे देश में एक बार फिर राजस्थान का परचम लहराया है।
जयपुर। राजस्थान की बेटियां पूरे देश में प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। सिर्फ सरकारी नौकरी में ही नहीं, बल्कि खेलों के क्षेत्र में भी झंडा गाड़ रही हैं। ताजा मामले में जयपुर की रहने वाली दिव्यकीर्ति सिंह ने पूरे देश में एक बार फिर राजस्थान का परचम लहराया है। एशियन गेम्स 2023 में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल जीता है। प्रदेश में जश्न का माहौल है।
साल 1982 में भारत जीत चुका है गोल्ड
दिव्यकीर्ति सिंह के पिता विक्रम सिंह मौजूदा समय में अपने परिवार के साथ बेटी की हौसला अफजाई करने के लिए हांगझाऊं में मौजूद है। उनकी बेटी ने घुड़सवारी में ड्रेसाज टीम सदस्य के रूप में यह उपलब्धि हासिल की है। हालांकि दिव्यकीर्ति अभी व्यक्तिगत टूर्नामेंट में भी शामिल होंगी। भारत ने एशियन गेम्स में घुड़सवारी (Equestrian) पहली बार गोल्ड जीता है। चीन को पछाड़कर खिताब अपने नाम किया है। इसके पहले साल 1982 में भारत ने घुड़सवारी में गोल्ड जीता था।
दिव्यकीर्ति सिंह को बचपन से ही था घुड़सवारी का शौक
आपको जानकर हैरानी होगी कि घुड़सवारी की ट्रेनिंग भी राजस्थान में बहुत कम लोग लेते हैं। कई बड़े शहरों में घुड़सवारी के कोचिंग इंस्टीट्यूट खुले हैं। पर इसका प्रचार प्रसार नहीं हो पाता है। दिव्यकीर्ति सिंह को बचपन से ही घुड़सवारी का शौक था और फिर धीरे-धीरे वह इतनी ज्यादा ट्रेंड हो गई कि प्रतियोगिताओं में शामिल होने लगीं। अब, एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है।