बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि अपना एक साल का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करेंगे। उन्होंने मंत्रियों, विधायकों, संसद सदस्यों, अधिकारियों और नागरिकों से अपील की है कि वे कोरोनोवायरस के प्रकोप से लड़ने में राज्य की मदद करने के लिए आगे आएं और जो भी संभव हो सके अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यह बहुत कठिन समय है और यह महत्वपूर्ण है कि हम इस महामारी से लड़ें।
बेंगलुरु। देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक साल का वेतन दान करने का ऐलान किया है। येदियुरप्पा ने आज बेंगलुरु में घोषणा की कि वह अपना एक साल का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष दान करेंगे। वहीं उन्होंने जनता से भी इस कोष में ज्यादा ज्यादा सहयोग देने की अपील की। ताकि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आर्थिक तौर पर कोई कमी न आए।
बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि अपना एक साल का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करेंगे। उन्होंने मंत्रियों, विधायकों, संसद सदस्यों, अधिकारियों और नागरिकों से अपील की है कि वे कोरोनोवायरस के प्रकोप से लड़ने में राज्य की मदद करने के लिए आगे आएं और जो भी संभव हो सके अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यह बहुत कठिन समय है और यह महत्वपूर्ण है कि हम इस महामारी से लड़ें। व्यक्तिगत रूप से मैं अपने एक साल के वेतन को दान कर रहा हूं। मैं आप सभी से योगदान करने का अनुरोध करता हूं। हालांकि मेरा सहयोग छोटा है।
येदियुरप्पा ने 25 मार्च जनता से कोरोना वायरस के प्रसार से लड़ने के लिए आधुनिक चिकित्सा सहायता प्रणाली के लिए धनराशि दान करके अपील की थी। उन्होंने कहा था कि कि दान करने के इच्छुक लोग ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। गौरतलब है कि देश के साथ ही कर्नाटक में लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिसके कारण सरकार की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। मंगलवार को ही राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीज जो घरों में क्वारंटिन किए गए हैं उनके लिए सेल्फी को सरकारी एप में भेजने के लिए अनिवार्य किया था। सरकार ने कहा था कि जो सेल्फी नहीं भेजेगा। उसे समूह में क्वारंटीन किए गए मरीजों के साथ भेज दिया जाएगा।