फिलहाल पुलिस ने एक मामले में अंतिम रिपोर्ट लगाई है। वहीं जिन तीन मामलों में चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। इन मामलों में भाजपा नेता जया प्रदा के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी और वक्फ संपत्ति हड़पने के मामले शामिल हैं।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के दिग्गजों में शुमार रामपुर से सांसद आजम खां की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। करीब छह महीने से भी ज्यादा का वक्त हो गया है और आजम खान उनकी पत्नी विधायक तंजीम फातिमा व बेटे अब्दुल्ला आजम पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है और तीनों जेल में हैं। वहीं आजम के खिलाफ दर्ज 69 मामलों में से 65 में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और माना जा रहा है कि फिलहाल उनका जेल से बाहर से निकलना मुश्किल है।
फिलहाल पुलिस ने एक मामले में अंतिम रिपोर्ट लगाई है। वहीं जिन तीन मामलों में चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। इन मामलों में भाजपा नेता जया प्रदा के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी और वक्फ संपत्ति हड़पने के मामले शामिल हैं। वहीं रामपुर के पुलिस धीक्षक शगुन गौतम का कहना है कि इन मामलों में आजम की भूमिका व उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है और जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी है। वहीं आजम खान खान का पूरा परिवार जेल की सलाखों के पीछे हैं और योगी सरकार ने आजम खान की सियायत को एक तरह से रामपुर में खत्म कर दिया है। वहीं आजम के बेटे की विधायक भी खत्म हो गई है। उन पर फर्जी जन्मतिथि चुनाव में लगाने का आरोप है। इस मामले में आजम खान, उनकी पत्नी और विधायक जेल में हैं।
वहीं जानकारी के मुताबिक जनवरी-फरवरी में ही आजम के खिलाफ 48 मामलों में चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी और आजम, उनकी पत्नी व बेटे ने अदालत में समर्पण किया था। वहीं सभी मामलों मेंतीनों ही नामजद हैं। उधर रामपुर में आजम खान द्वारा कब्जाई गई जमीनों पर जिला प्रशासन धीरे धीरे कब्जा कर रहा है। क्योंकि इन जमीनों पर सपा की पूर्व सरकार में आजम खान ने कब्जा किया था और राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद इन जमीनों पर जिला प्रशासन ने कब्जा हटाया है। माना जा रहा है कि मामलों को देखते हुए आजम खान और पत्नी के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की जा रही है इसको देखते हुए जल्दी जमानत के आसार नहीं हैं।