चीन के पड़ोसियों को मिलेगा भारत का ताकतवर हथियार, अब ड्रैगन को मिलेगा हर दिशा से जवाब

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Dec 24, 2024, 3:59 PM IST

भारत का ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम वियतनाम, इंडोनेशिया और UAE जैसे देशों की डिफेंस कैपेसिटी बढ़ा सकता है। जानें ब्रह्मोस की खासियतें और इसकी बढ़ती डिमांड।

नई दिल्ली। चीन के आक्रामक विस्तारवादी रवैये ने उसके पड़ोसी देशों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में भारत का ताकतवर हथियार ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल उनके लिए ढाल बन रहा है। यह भारत और रूस के ज्वाइंट वेंचर के तहत डेवलप की गई है, जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। यही कारण है कि चीन के बढ़ते प्रभाव का सामना करने के लिए पड़ोसी देश ब्रह्मोस पर भरोसा जता रहे हैं।

ब्रह्मोस की डिमांड बढ़ी

इंडोनेशिया ने ब्रह्मोस के हवाई वर्जन में खास रुचि दिखाई है। वियतनाम भी इस मिसाइल को अपने डिफेंस सिस्टम का हिस्सा बनाना चाहता है। दोनों देश चीन के आक्रामक रवैये को देखते हुए अपनी ताकत बढ़ाने में जुटे हैं। चीन से दूर स्थित होने के बावजूद UAE ने भी ब्रह्मोस खरीदने की इच्छा जाहिर की है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस के निदेशक जयतीर्थ जोशी के अनुसार, कई अन्य देशों ने इस मिसाइल में इंटरेस्ट दिखाया है। भविष्य में और अधिक निर्यात सौदों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रह्मोस एयरोस्पेस के एमडी अलेक्जेंडर मक्सिचेव ने रूसी एजेंसी ताश से इस सिलसिले में कुछ समय पहले बात भी की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि वियतनाम, संयुक्त अरब अमीरात और इंडोनेशिया ने मिसाइल खरीदने में रुचि दिखाई है।

फिलीपींस को मिली मिसाइल की पहली खेप

हाल ही में भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल का पहला बैच सौंपा है। यह डिलीवरी ऐसे समय में हुई है, जब दक्षिण चीन सागर में चीन का आक्रामक रवैया बढ़ता जा रहा है। ब्रह्मोस मिसाइलों की मदद से फिलीपींस अपने डिफेंस सिस्टम को और मजबूत बना रहा है। चीन की आक्रामकता ने इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है। फिलीपींस और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देश इस क्षेत्र में अपनी डिफेंस कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए ब्रह्मोस मिसाइलों पर भरोसा कर रहे हैं। भारत ने इन देशों को आर्थिक मदद देने के लिए लाइन ऑफ क्रेडिट (LOC) का विकल्प चुना है, ताकि वे इन मिसाइलों को आसानी से खरीद सकें।

ब्रह्मोस की खासियतें

ब्रह्मोस मिसाइल विशेष टेक्नोलॉजी से लैस है, जो इसे अन्य मिसाइलों से अलग बनाती हैं। ध्वनि की गति से तीन गुना अधिक गति (मैक 3) से उड़ान भर सकती है। लंबी दूरी तक सटीकता से लक्ष्य भेदने की क्षमता रखती है। इसे पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों, या जमीन से भी लॉन्च किया जा सकता है। यह इसे समुद्र, हवा और जमीन पर हर तरह के ऑपरेशन के लिए उपयुक्त बनाता है। ब्रह्मोस मिसाइल बेहद कम ऊंचाई पर उड़ान भर सकती है, जिससे यह दुश्मन के डिफेंस सिस्टम से बच निकलती है। यह दुश्मन के रडार पर जल्दी पकड़ में नहीं आती।

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