Plantation World Record in indore: भारत में स्वच्छता के लिए अव्वल शहर इंदौर में विश्व रिकॉर्ड बना है। रेवती रेंज टेकरी पर एक दिन में 12 लाख से ज्यादा पौधे रोपे गए।
Plantation World Record in indore: भारत में स्वच्छता के लिए अव्वल शहर इंदौर में विश्व रिकॉर्ड बना है। रेवती रेंज टेकरी पर एक दिन में 12 लाख से ज्यादा पौधे रोपे गए। समारोह में राज्य के सीएम डॉ. मोहन यादव के अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। रविवार को इंदौर ने यह कीर्तिमान बनाया।
पौधों की गिनती में लगी थी 300 से ज्यादा लोगों की टीम
इस अभियान की शुरुआत सुबह से ही हुई, जब रेवती पर्वत पर लोग पौधे रोपने के लिए पहुंचने लगे। वर्ल्ड रिकॉर्ड की जांच के लिए गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी मौके पर पहुंची। रोपे गए पौधों की गिनती करने के काम में 300 से ज्यादा लोगों की टीम लगी थी। टीम के मुताबिक, इंदौर में 12 लाख से ज्यादा पौधे रोपे गए हैं। आडिट के बाद वास्तविक आंकड़ा सामने आएगा।
पूजा-अर्चना के बाद शुरू हुआ पौधारोपण
रविवार सुबह राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने विधि विधान से पूजा अर्चना की और फिर बाद में अफसरों की टीम के साथ पौधारोपण का काम शुरू किया। अभियान में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। यह अभियान रेवती फायरिंग रेज स्थित टेकरी पर चला।
गिनीज बुक की तरफ से वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र
सीएम मोहन यादव, मेयर भार्गव और मंत्री विजयवर्गीय ने गिनीज बुक की तरफ से वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्राप्त किया। आपको बता दें कि शनिवार की शाम 6 बजे से ही रेवती रेंज पर पौधे लगाने के लिए गड्ढे खोदने का काम शुरू हो गया था। पर रात करीबन 8 बजे तेज बारिश की वजह से काम थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुआ।
शनिवार शाम 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक काम
बारिश रूकने के बाद बीएसएफ के जवान भी मुस्तैदी से अपने काम में जुट गए। डीएम आशीष सिंह और निगमायुक्त शिवम वर्मा ने भी गड्ढे खोदें। रविवार सुबह 6 बजे तक गड्ढे खोदने का सिलसिला चलता रहा। हालांकि बारिश की वजह से रेवती पवर्त पर जगह-जगह कीचड़ हो गया था। पर उससे लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ।
पहले असम में बना था 9.36 लाख पौधे लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड
इसके पहले असम में 9.26 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था। शाम 5.30 बजे तक इंदौर में करीबन 11 लाख से ज्यादा पौधे लग चुके थे। शाम 6 बजे तक लोगों ने पौधे रोपें। तब तक रोपे गए पौधों की संख्या 12 लाख से ज्यादा हो गई थी। एक पौधा मां के नाम प्रोग्राम में लोग जोश के साथ शामिल हुए। पौधारोपण के लिए बने 9 जोन और 100 सब जोन में करीबन 50,000 से ज्यादा लोग शामिल हुए।
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