ब्लू ओरिजिन का एनएस-25 मिशन रविवार को अमेरिका के टेक्सास से लॉन्च किया गया। मिशन के जरिए छह लोग स्पेस टूरिज्म के रोमांच का अनुभव लेंगे। भारतीय मूल के उद्यमी और पायलट गोपी थोटाकुरा भी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें इस मिशन के लिए चुना गया था।
नयी दिल्ली। ब्लू ओरिजिन का एनएस-25 मिशन रविवार को अमेरिका के टेक्सास से लॉन्च किया गया। मिशन के जरिए छह लोग स्पेस टूरिज्म के रोमांच का अनुभव लेंगे। भारतीय मूल के उद्यमी और पायलट गोपी थोटाकुरा भी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें इस मिशन के लिए चुना गया था। वह भारतीय सेना के विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं, जबकि देश के पहले अंतरिक्ष पर्यटक के तौर पर उनका नाम दर्ज हो गया है।
पृथ्वी वायुमंडल से 105.7 किलोमीटर आगे तक गया कैप्सूल
रिपोर्ट के अनुसार, लॉन्च किए जाने के बाद क्रू कैप्सूल से रॉकेट अलग हो गया और पृथ्वी वायुमंडल से 105.7 किलोमीटर आगे तक चला गया। कैप्सूल चालक दल को लेकर वापस धरती पर लौट आया। हालांकि जमीन पर उतरने से पहले अपेक्षा की गई थी कि चालक दल के सदस्य अपनी सीट बेल्ट खोलकर कुछ मिनटों के लिए पांड के चारो तरफ तैरेंगे। अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण ऐसी अपेक्षा की गई थी।
चालक दल में ये 6 लोग
कौन हैं कैप्टन गोपीचंद थोटाकुरा?
कैप्टन गोपीचंद थोटाकुरा ने जब 8 साल की उम्र में पहली बार केएलएल विमान के कॉकपिट में कदम रखा था। तभी उनके अंदर विमान उड़ान के प्रति आकर्षण शुरू हुआ और धीरे—धीरे विमानन के क्षेत्र में कॅरियर बनाने को इंस्पायर हुए। एम्ब्री-रिडल एरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। वह प्रिजर्व लाइफ कॉर्प के सह-संस्थापक भी हैं। भारत के चिकित्सा विमानन क्षेत्र में अहम योगदान दिया है। एक अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जेट पायलट के रूप में भारतीय उपमहाद्वीप में आपातकालीन चिकित्सा परिवहन को बढ़ावा देने का काम किया है। उनमें 2,000 से अधिक मेडिकल एयर एम्बुलेंस मिशन शामिल हैं।