अयोध्या के बाद अब ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में बनेगा 721 फीट ऊंचा विश्व का सबसे ऊंचा राम मंदिर। यह मंदिर भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का वैश्विक प्रतीक होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे भूमि पूजन।
नई दिल्ली। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद अब भगवान श्रीराम की गूंज विदेशों तक पहुंच रही है। इस सिलसिले में ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में विश्व का सबसे ऊंचा राम मंदिर बनाया जाएगा। यह मंदिर भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का एक अद्वितीय प्रतीक बनेगा।
150 एकड़ जमीन पर पर्थ में बनेगा मंदिर
यह मंदिर पर्थ में 150 एकड़ भूमि पर बनेगा। इसकी ऊंचाई 721 फीट होगी और यह पांच मंजिला होगा। यह परियोजना भारतीय संस्कृति की ग्लोबल इमेज को और भी मजबूत बनाएगी। इस मंदिर का डिजाइन वही आर्किटेक्ट तैयार करेंगे, जिन्होंने अयोध्या के राम मंदिर को डिजाइन किया है। गुजरात के मशहूर आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा को इस कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अयोध्यापुरी और सनातन यूनिवर्सिटी का भी होगा निर्माण
मंदिर परिसर में 101 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। साथ ही, सप्तसागर में भगवान शिव की 51 फीट ऊंची मूर्ति भी बनाई जाएगी। मंदिर के साथ-साथ अयोध्यापुरी और सनातन विश्वविद्यालय का निर्माण भी किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार का केंद्र बनेगा। मंदिर का निर्माण श्रीराम टेंपल फाउंडेशन करवाएगा। यह संस्था मंदिर की देखरेख और निर्माण प्रक्रिया को संचालित कर रही है।
पर्थ में यह मंदिर बनेगा रामभक्तों के लिए नया तीर्थस्थल
इस मंदिर के निर्माण से ऑस्ट्रेलिया और उसके आसपास के देशों के भक्तों को भगवान श्रीराम का दर्शन करने के लिए अयोध्या नहीं आना पड़ेगा। पर्थ में यह मंदिर रामभक्तों का नया तीर्थस्थल बनेगा। यह परियोजना भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को ग्लोबल लेवल पर पहचान दिलाने का माध्यम बनेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे भूमि पूजन
2025 में इस मंदिर का भूमि पूजन किया जाएगा। उम्मीद है कि इस ऐतिहासिक क्षण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित रहेंगे। अगर किसी कारणवश वे उपस्थित नहीं हो पाए तो अन्य बड़े नेता इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं। इस प्रोग्राम में स्थानीय प्रवासी भी शामिल होंगे।
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