विराट कोहली की कप्तानी में भारत को पहली बार किसी सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है। भारत को लगातार 9 सीरीज जीतने के बाद वनडे में किसी द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है।
इंग्लैंड ने हेडिंग्ले मैदान पर खेले गए तीसरे और आखिरी वनडे मैच में भारत को हराकर तीन मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली। मंगलवार को खेले गए मैच में पहले गेंद और फिर बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत को आठ विकेट से हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर लिया। इस हार के साथ ही भारत की लगातार सीरीज जीतने का क्रम रुक गया।
पहले गेंदबाजी करने उतरी इंग्लैंड के टीम की कसी हुई गेदबाजी के कारण भारतीय टीम आठ विकेट के नुकसान पर 256 रन ही बना सकी। जवाब में इंग्लैंड ने 44.3 ओवरों में दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
इग्लैंड के लिए जोए रूट ने नाबाद 100 और कप्तान इयोन मोर्गन ने नाबाद 88 रनों की पारियां खेलीं। इंग्लैंड ने अपने घर में लगातार सातवीं वनडे सीरीज जीती है।
तीन मैचों की सीरीज में पहला मैच जीतकर भारत ने शुरुआती बढ़त बनाई लेकिन लगातार दो मैच हारकर भारत ने सीरीज गवा दी। तीसरा मैच निर्णायक था लेकिन इस मैच में
मेजबान ने भारत को एकतरफा मुकाबले में मात दी। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने टी-20 सीरीज में मिली हार का हिसाब भी बराबर कर लिया।
विराट कोहली की कप्तानी में भारत को पहली बार किसी सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है। भारत को लगातार 9 सीरीज जीतने के बाद वनडे में किसी द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है।
मोर्गन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी कर रही इंग्लैंड की टीम ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। इस मैच में कप्तान कोहली 72 गेंदों में आठ चौकों की मदद से 71 रनों की पारी खेली। शिखर धवन (44) और महेंद्र सिंह धोनी ने (42) रन वनाए। भुवनेश्वर कुमार (21) और शार्दुल ठाकुर (नाबाद 22) के बीच आठवें विकेट के लिए हुई 35 रनों की साझेदारी ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।