238 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने 63 गेंदें शेष रहते नौ विकेट से एकतरफा जीत दर्ज की। कप्तान रोहित शर्मा के 119 गेंदों पर नाबाद 111 रन और धवन के 100 गेंदों पर 114 रन की शानदार पारी खेली।
सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और शिखर धवन के शतकीय प्रहारों की बदौलत भारत ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को एशिया कप में हुए लगातार दूसरे मुकाबले में बुरी तरह रौंद दिया। दुबई में खेले जा रहे मुकाबले में 238 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने 63 गेंदें शेष रहते नौ विकेट से एकतरफा जीत दर्ज की। इसके साध ही भारत ने एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह लगभग सुनिश्चित कर ली है।
कप्तान रोहित शर्मा के 119 गेंदों पर नाबाद 111 रन और धवन के 100 गेंदों पर 114 रन के धमाके ने एक समय अच्छे नजर आ रहे लक्ष्य को बौना साबित कर दिया। रोहित ने अपने करियर का 19वां जबकि धवन ने 15वां शतक जमाया। हिटमैन रोहित ने साच चौके और चार छक्के लगाए। वहीं धवन के बल्ले से 16 खूबसूरत चौके और दो छक्के निकले। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 210 रन जोड़े। यह भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ बनाया गया नया रिकॉर्ड है।
पाकिस्तान ने भारत को 238 रन का लक्ष्य दिया लेकिन रोहित (119 गेंदों पर नाबाद 111 रन) और धवन (100 गेंदों पर 114 रन) ने इसे बौना साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। रोहित ने 19वां शतक जमाया। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके और चार छक्के लगाये। धवन ने अपनी 15वीं शतकीय पारी खेली जिसमें 16 चौके और दो छक्के शामिल हैं। इन दोनों ने पहले विकेट के लिये 210 रन की साझेदारी की जो भारत की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ नया रिकार्ड है। भारत ने 39.3 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल किया। अंबाती रायडू 12 रन के स्कोर पर नाबाद रहे।
इससे पहले शोएब मलिक (90 गेंदों पर 78 रन) और कप्तान सरफराज अहमद (44) ने तीसरे विकेट के लिये 107 रन जोड़कर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाले पाकिस्तान को शुरुआती झटकों से उबारा। भारत ने हालांकि अंतिम आठ ओवरों में केवल 44 रन देकर अच्छी वापसी की और पाकिस्तान को सात विकेट पर 237 रन ही बनाने दिए। भारत की यह पाकिस्तान पर लगातार दूसरी जीत है। उसने ग्रुप चरण में भी 126 गेंद शेष रहते हुए आठ विकेट से बड़ी जीत दर्ज की थी। भारत की जीत में गेंदबाजों का योगदान भी अहम रहा।
पाकिस्तान का स्कोर 42 ओवर के बाद चार विकेट पर 193 रन था लेकिन अंतिम आठ ओवर में केवल एक बाउंड्री लगी। भारत को वापसी दिलाने में जसप्रीत बुमराह (29 रन देकर दो विकेट) ने अहम भूमिका निभाई। युजवेंद्र चहल (46 रन देकर दो) और कुलदीप यादव (42 रन देकर दो) ने भी अच्छी गेंदबाजी की।
इसके बाद रोहित और धवन ने रही सही कसर पूरी कर दी। रोहित को 15 और 81 रन के निजी योग पर जीवनदान भी मिला। भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने शुरू से ही हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाई जिसमें वे सफल भी रहे। इन दोनों ने वनडे में 13वीं बार शतकीय साझेदारी पूरी की। अब वे भारत की तरफ से शतकीय साझेदारियों के मामले सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली (21) के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।
रोहित इस टूर्नामेंट में लगातार तीसरी बार 50 रन पार पहुंचने में सफल रहे। इन दोनों ने पचासा पूरा करने के बाद तो खुलकर बल्लेबाजी की जिससे 26वें ओवर में भारतीय स्कोर 150 रन के पार पहुंच गया। पाकिस्तानी गेंदबाजों ने शार्ट पिच गेंदों को रोहित और धवन ने खूबसूरती से पुल किए। ऐसे ही दो अवसरों पर गेंद छक्के के लिए गई। रोहित के शादाब पर लगाए गए दूसरे छक्के से इन दोनों ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ साझेदारी का नया रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले 159 रन की साझेदारी का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकार और सौरभ गांगुली के नाम था। दोनों ने 1998 में ढाका में 159 रन की साझेदारी की थी। लक्ष्य का पीछा करते हुए यह भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है।
शुरुआती 20 ओवर के बाद मुकाबले भारत बनाम पाकिस्तान नहीं रह गया था। सब की निगाह इस पर टिकी थी इन दोनों बल्लेबाजों में पहले शतक पूरा कौन करेगा। रोहित ने इस बीच वनडे में 7000 रन पूरे किए जिसके लिए उन्हें 94 रन की दरकार थी। धवन ने शाहीन पर चौका लगाकर पहले सैकड़ा पूरा किया। इसके बाद वह रन आउट हो गए लेकिन तब भारत लक्ष्य से केवल 28 रन दूर था। रोहित ने इसके बाद मलिक की गेंद पर तेजी से दो रन चुराकर 107 गेंदों पर शतक पूरा किया।
इससे पहले बुमराह ने भुवनेश्वर कुमार ने पहले सात ओवरों में केवल 21 रन देकर बल्लेबाजों पर दबाव बनाया। चहल ने इसका फायदा उठाकर अपने पहले ओवर में ही इमाम उल हक (10) को पगबाधा आउट किया। भारत को इस सफलता के लिए डीआरएस का सहारा लेना पड़ा।
कुलदीप की फखर जमां (31) के खिलाफ पगबाधा की अपील पर अंपायर की उंगली उठ गई। बाबर आजम (नौ) रन आउट होकर पवेलियन लौटे जिससे स्कोर तीन विकेट पर 58 रन हो गया। पाकिस्तानी पारी इसके बाद मलिक के इर्द गिर्द घूमती रही। उन्होंने 64 गेंदों पर वनडे में अपना 43वां अर्धशतक पूरा किया। यह भारत के खिलाफ उनका 12वां पचासा है।
सरफराज पर अपनी 66 गेंद की पारी में केवल दौ चौके लगाने के कारण बड़े शाट खेलने का दबाव था। कुलदीप ने इसका फायदा उठाया और पाकिस्तानी कप्तान को कवर में कैच देने के लिए मजबूर किया। आसिफ अली (30) ने भुवनेश्वर के एक ओवर में दो छक्के लगाए। पारी का यह 42वां ओवर था, जिसमें 22 रन बने। भुवनेश्वर ने इससे पहले अपने सात ओवर में केवल 17 रन दिये थे। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान पर जल्द ही दबाव बना दिया। इसके बाद एकमात्र बाउंड्री 47वें ओवर की आखिरी गेंद पर लगी। इसके बाद रोहित ने भुवनेश्वर की जगह बुमराह को गेंद सौंपी जिन्होंने मलिक को आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई। मलिक ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के लगाये। चहल ने आसिफ को बोल्ड किया। मोहम्मद नवाज 15 रन बनाकर नाबाद रहे। (इनपुट भाषा से)