Agneepath Scheme: अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को 10 राज्यों की स्टेट पुलिस भर्ती में आरक्षण दिया जाएगा। जानें अग्निवीर योजना, इसकी विशेषताएं और विभिन्न राज्यों में मिलने वाले आरक्षण के बारे में।
Agneepath Scheme: लोकसभा चुनाव 2024 में सरकार पर उठे तमाम विपक्षी सवालों में से एक सेना की अग्निवीर योजना भी थी। जिसकों लेकर विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार पर अपनी तरकस से खूब जुबानी तीर चलाए। हालात यह बन गए कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर सरकार के अगुवा PM नरेंद्र मोदी तक काे अग्निवीर योजना के बारे में बोलना पड़ा और उसके लाभ के बारे में बताना पड़ा। अब इसी कड़ी BJP शासित प्रदेशों की गर्वनमेंट ने अग्निपथ योजना की चार साल की नौकरी के लौटने वाले युवाओं को अपने यहां की स्टेट पुलिस समेत अन्य डिपार्टमेंट की वैकेंसी में आरक्षण देने की घोषणा करनी शुरू कर दी है।
अग्निवीरों को कहां-कहां मिलने लगा है आरक्षण?
27 जुलाई 2024 दिन शनिवार को देश के 3 प्रमुख राज्यों असम, अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान सरकार ने अग्निवीर सैनिकों को अपने स्टेट पुलिस की भर्ती में रिजर्वेशन देने का ऐलान किया है। इसके एक दिन पहले यानि 26 जुलाई 2024 को UP, MP, छत्तीसगढ़, ओड़िशा और गुजरात सारकार ने अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में आरक्षण देने का ऐलान किया था। यहीं नहीं 5 दिन पहले उत्तराखंड और हरियाणा की राज्य सरकारों ने भी अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में आरक्षण देने की घोषणा की थी। आज के तीन स्टेट के मुख्यमंत्रियों की घोषणा के बाद पूरे देश में 10 राज्यों में अग्निवीरों को स्टेट पुलिस भर्ती के अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी BSF, CRPF, ITBP, SSB और CISF में अग्निवीरों को 10% आरक्षण मिलेगा।
क्या है अग्निपथ स्कीम?
मोदी गर्वनमेंट 2.0 ने वर्ष 2022 में इंडियन आर्मी भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ योजना लॉन्च की थी। इसके तहत आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में 4 साल के लिए नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर भर्ती किया जाता है। इस पीरियड में 6 महीने की ट्रेनिंग और 3: 6 साल की नौकरी शामिल है। इन 4 सालों की नौकरी के दौरान अग्निवीरों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग लिस्ट तैयारी की जाएगी। इसी रेटिंग लिस्ट को मानक बनाकर 25% अग्निवीरों को परमानेंट सर्विस में मूव करा दिया जाएगा। बाकी रिक्रूटमेंट लौट जाएंगे। इस स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होती है। यानी इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी।
कब और कैसे हो रही है अग्निवीरों की भर्ती?
सेना की अग्निवीर स्कीम में भर्ती के लिए साल में दो बार रैली का आयोजन अलग-अलग राज्यों में किया जाता है। अग्निवीर बनने के लिए 17.5 साल से 21 साल का होना जरूरी है। कैंडिडेट को 10वीं पास होना चाहिए। हाईस्कूल पास अग्निवीरों को 4 साल की सर्विस पूरी करने के बाद 12वीं के समकक्ष सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
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