माइक्रोसाॅफ्ट यूजर्स तुरंत अपडेट कर लें सिस्टम- नहीं तो सिक्योरिटी बग हो सकते हैं खतरनाक- फॉलों करे ये स्टेप

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Jun 25, 2024, 12:04 PM IST

Microsoft Edge Multiple Vulnerabilities: भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN) ने माइक्रोसॉफ्ट एज, विशेष रूप से क्रोमियम-आधारित वर्जन के यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है।

Microsoft Edge Multiple Vulnerabilities: भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN) ने माइक्रोसॉफ्ट एज, विशेष रूप से क्रोमियम-आधारित वर्जन के यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने ब्राउज़र में कई कमजोरियों की पहचान की है, जो संभावित रूप से अटैकरों को प्रभावित सिस्टम से समझौता करने की अनुमति दे सकती हैं। कमजोरियां 126.0.2592.68 से पहले के Microsoft Edge Stable  वर्जन को प्रभावित करती हैं।

Microsoft Edge में CERT-In द्वारा आईडेंटिफाईड कमजोरियां

  • 1.  V8 में टाइप कन्फ्यूजन: इससे मेमोरी में हेरफेर करके अनइस्पेक्टेड विहैवियर या क्रैश हो सकता है।
  • 2. WebAssembly में इंप्रापर इंप्लाईमेंटेंसन: WebAssembly की खामियों का अनअथराईज्ड वर्क्स के लिए फायदा उठाया जा सकता है।

भोर में आउट-ऑफ़-बाउंड मेमोरी एक्सेस: इससे क्रैश या संभावित कोड एक्सटेंशन हो सकता है।
भोर में फ्री के बाद यूज करें: इंप्राॅपर मेमोरी यूज के रिजल्ट्स क्रैश या मनमाना कोड एक्सटेंशन हो सकता है।

सिस्टम पर कंट्रोल हासिल कर लेते हैं अटैकर
ये सिक्योरिटी मुद्दे अटैकरों को आपको विशेष रूप से तैयार किए गए वेब पेजों पर ले जाकर इन खामियों का फायदा उठाने की अनुमति देते हैं। एक बार जब आप ऐसे पेज पर जाते हैं, तो साइबर अटैकर सिस्टम पर कंट्रोल हासिल कर सकता है, जिससे पोटैंसियल डेटा उल्लंघन या अन्य मालीक्यूअश एक्टिविटीज हो सकती हैं।

यह यूजर्स को कैसे करता है प्रभावित?
कमजोरियां हमलावरों को मनमाना कोड इक्सक्यूजन करने, पर्सनल इन्फारमेशन चुराने या प्रभावित सिस्टम पर नियंत्रण लेने की अनुमति देकर Microsoft Edge यूजर्स को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप डेटा लॉस, फाईनेंसियल थेप्ट और सेंसटिव इंफारमेशन तक अनअथराईज्ड एक्सेस सहित क्रिटिकल सिक्योरिटी और प्राईवेसी ईश्यूज हो सकती हैं।

यूजर्स को क्या करना चाहिए?
इन रिस्क्स से बचने के लिए CERT-In आपको अपने Microsoft Edge ब्राउज़र को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करने की सलाह देता है। सिक्योरिटी बनाए रखने के लिए ब्राउज़र को अपडेट रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि अपडेट में अक्सर नोन वैलुनेरबिलिटी के लिए पैच शामिल होते हैं।

 Microsoft Edge को अपडेट करने के लिए फालों करें ये स्टेप

  1.  सबसे पहले विंडो के ऊपर राईट कार्नर में मेनू आइकन (3 प्वाइंट) पर क्लिक करें।
  2.  अब, ड्रॉप-डाउन मेनू से सेटिंग्स चुनें।
  3.  माइक्रोसॉफ्ट एज पर नीचे स्क्रॉल करें। इस पर क्लिक करने से ब्राउज़र अपडेट की चेकिंग के लिए मोटिवेट होगा।
  4. यदि कोई अपडेट उपलब्ध है, तो वे ऑटोमैटिक रूप से डाउनलोड और इंस्टॉल हो जाएंगे।
  5.  एक बार अपडेट प्रॉसेस पूरा होने पर चेजेंज को इफेक्टिव करने के लिए ब्राउज़र को रिस्टार्ट करें।
  6.  साथ ही इसे हर हफ्ते या महीने में रूटीन अमल में लाना भी सुनिश्चित करें।

 


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