सरकारी स्कीम्स: सीनियर सिटिंजस को मिलेगी 60,000 रुपये टैक्स फ्री मंथली पेंशन, करना होगा बस ये काम

By Surya Prakash TripathiFirst Published Jul 22, 2024, 5:02 PM IST
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PPF को पेंशन के रूप में कैसे इस्तेमाल करें: PPF स्कीम में स्मार्ट निवेश करके रिटायरमेंट के बाद टैक्स-फ्री पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। जानें PPF एक्सटेंशन के नियम और विड्राल विकल्प।

PPF as a Regular Income: पोस्ट ऑफिस की लोकप्रिय स्माल सेविंग स्कीम्स में से एक पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) को रिटायरमेंट स्कीम के तौर पर भी जाना जाता है। इस स्कीम की मैच्योरिटी 15 साल होने की वजह से कई नौकरीपेशा लोग इसमें निवेश करते हैं, ताकि रिटायरमेंट के लिए कुछ फंड जुटा सकें, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इसका इस्तेमाल सिर्फ बड़ा फंड बनाने के लिए ही नहीं, बल्कि पेंशन इनकम के लिए भी किया जा सकता है। अगर आप PPF के रूल को ध्यान से पढ़ें और उन नियमों के अनुसार एक स्मार्ट निवेशक की तरह निवेश करें, तो रिटायरमेंट के बाद अच्छी टैक्स-फ्री पेंशन के लिए इस सरकारी खाते का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आईए जानते हैं कैसे…..

PPF बढ़ाने के क्या हैं नियम?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) की मैच्योरिटी पीरियड 15 साल होती है, लेकिन आप इसे 5-5 साल के इंक्रीमेंट (PPF Extend Rules) में जब तक चाहें तब तक जारी रख सकते हैं। यानी आप स्कीम को 20 साल या 25 साल या 30 साल या 35 साल तक जारी रख सकते हैं। मैच्योरिटी के बाद आप निवेश जारी रखकर या बिना कुछ निवेश किए एक बार में 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। अगर आप बिना कुछ निवेश किए मैच्योरिटी के बाद इस स्कीम को जारी रखते हैं तो एकाउंट में मौजूद फंड पर मौजूदा ब्याज दर के हिसाब से ब्याज मिलता रहेगा। अगर आप निवेश करते हैं तो यह स्कीम मैच्योरिटी से पहले जैसा ही रिटर्न देती रहेगी। फिलहाल स्कीम पर इंटरेस्ट रेट 7.1 परसेंट सालाना है।

एक्सटेंशन पर PPF विड्राल रूल क्या हैं?
मान लीजिए कि आप स्कीम के मैच्योर होने पर पैसे नहीं निकालते और इसे 5 साल के लिए बढ़ा देते हैं। पहले मामले में आप मैच्योरिटी के बाद बिना कुछ इन्वेस्ट किए इसे बढ़ा देते हैं। दूसरे मामले में आप एक्सटेंडेड पीरियड के दौरान पहले की तरह ही निवेश जारी रखते हैं। पहले मामले में आप एक्सटेंडेड 5 साल में हर साल एक बार पूरी रकम निकाल सकते हैं। जबकि दूसरे मामले में आप हर साल 60 परसेंट तक पैसा निकाल सकते हैं।

रिटायरमेंट से पहले इस तरह से इकट्ठा करें फंड 
मान लीजिए आपने PPF अकाउंट में निवेश करना शुरू कर दिया है। अगर आप 35 साल की उम्र में भी इस स्कीम में निवेश करना शुरू करते हैं तो आपके पास 15 साल की मैच्योरिटी के बाद भी इस स्कीम को 10 साल के लिए बढ़ाने का विकल्प होगा, यानी आप इस स्कीम को 25 साल तक चला सकते हैं, जब आपकी उम्र 60 साल हो जाएगी।

PPF में कितना इन्वेस्टमेंट का है नियम?
PPF में एक वित्त वर्ष में मैक्सिमम 1.50 लाख रुपये जमा करने का नियम है। अगर आप अपने अकाउंट में हर साल 1.50 लाख रुपये जमा करते हैं तो 7.1 फीसदी ब्याज दर से 15 साल की मैच्योरिटी पर हर अकाउंट में 40,68,209 रुपये की रकम होगी। मान लीजिए आप इस तरह से 5 साल और यानी अगले 10 साल तक निवेश जारी रखते हैं तो 25 साल बाद हर अकाउंट में 1 करोड़ रुपये होंगे। अब आपके रिटायरमेंट का समय आ गया है। ऐसे में आप बिना निवेश किए पीपीएफ अकाउंट को 5 साल के लिए और बढ़ा सकते हैं। आपके अकाउंट में मौजूद 1 करोड़ के फंड पर ब्याज मिलता रहेगा।

कैसे मिलेगी 60,000 रुपए पेंशन?
अगर इंटरेस्ट रेट मौजूदा के बराबर यानी 7.1 फीसदी मान लिया जाए तो हर अकाउंट पर सालाना 7,31,300 रुपये का ब्याज जुड़ेगा। अगर एक्सटेंशन पर विड्राल रूल पर गौर करें तो अगर आप बिना कुछ इन्वेस्ट किए अकाउंट को जारी रखते हैं तो आप बढ़ाए गए 5 साल में हर साल एक बार पूरा फंड निकाल सकते हैं। ऐसे में अगर आप सिर्फ ब्याज का पैसा निकालते हैं तो हर साल 7,31,300 रुपये निकाल सकते हैं जो कि हर महीने के हिसाब से करीब 60,000 रुपये (60,917 रुपये) होगा। वहीं, इस निकासी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।

 


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