Kirti Rajesh Chourasia | Published: Mar 18, 2019, 6:52 PM IST
मुख्यमंत्री कमलनाथ के शासनकाल में मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाली की कगार पर पहुंच गई हैं। यहां के छतरपुर जिले में पहले डॉक्टरों द्वारा गलत इंजेक्शन लगाए जाने से एक बच्ची की मौत हो गई।
उसके शव को खटिया पर उठाकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाना पड़ा। छतरपुर जिले के बक्सवाहा नगर के वार्ड नंबर एक में छह साल की मासूम बच्ची राधा पटेल की अचानक तबियत खराब हो गई। जिसके बाद उसे सरकारी अस्पताल लाया गया।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि सरकारी अस्पताल में प्राईवेट कंपाउंडर ब्रजेश अहिरवार द्वारा गलत इंजेक्शन लगाया गया जिससे बच्ची की जान चली गई। परिजनों द्वारा प्राइवेट ब्रजेश अहिरवार के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई है।
जिसके बाद बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए परिजनों द्वारा खाट पर लिटाकर लाया गया। क्योंकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बक्सवाहा में शव वाहन की व्यवस्था नहीं थी।