पन्ना टाइगर रिजर्व में इन दिनों बाघ धूप का मजा लेने के लिए निकल रहे हैं। जिसकी वजह से पर्यटकों को उनके दीदार के लिए मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
पन्ना टाइगर रिजर्व में इन दिनों बाघ धूप का मजा लेने के लिए निकल रहे हैं। जिसकी वजह से पर्यटकों को उनके दीदार के लिए मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
पन्ना टाइगर रिजर्व के जूडी के पास बाघ इन दिनों हर रोज दर्शन दे रहा है और यह जंगल की गुफाओं से निकलकर बीच सड़क पर आ जाता है। यही कारण है कि पन्ना टाइगर रिजर्व में इस समय पर्यटकों को की संख्या बढ़ गई है हर रोज बाघ दर्शन हो रहे हैं जिससे प्रबंधन भी काफी उत्साहित है।
साल 2009 में पन्ना टाइगर रिजर्व बाघ शून्य हो गए थे और पुनः बुंदेलखंड में बाघों की धरती को बचाने के लिए बाहर से लाकर 5 नर मादा बाघ टाइगर छोड़े गए थे। जिनके कई बच्चे हुए और अब पन्ना लैंडस्केप में 40 से अधिक टाइगर विचरण करते हैं। पिछले 10 सालों में यहां 77 शावकों ने जन्म लिया और बाघों की धरती अब फिर आबाद हो गई है।