जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रही प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, ‘उदारवादी बलों को जीत दिलाने के लिए लोग अवामी लीग के पक्ष में मतदान करेंगे।’
बांग्लादेश में संसदीय चुनावों के दौरान हुई हिंसा में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। सत्तारूढ़ अवामी लीग और विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी दोनों ही एक-दूसरे के समर्थकों और उम्मीदवारों पर हमले का आरोप लगाया।मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक जारी रहा। नतीजे 24 घंटे के भीतर घोषित होंगे।
सुबह मतदान शुरू होने के बाद राजधानी में ढाका सिटी सेंटर कॉलेज में सबसे पहले प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वोट डाला। हसीना के रिश्तेदार एवं पार्टी सांसद फजले नूर तापस इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। हसीना ने कहा, ‘उदारवादी बलों को जीत दिलाने के लिए लोग अवामी लीग के पक्ष में मतदान करेंगे।’ एक ओर जहां हसीना चौथी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ रही हैं, वहीं दूसरी ओर जेल में बंद उनकी चिर प्रतिद्वंदी खालिदा जिया का भविष्य अधर में लटका नजर आता है। सूचनाओं के मुतबिक जिया आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हैं।
इस बीच, देश में विभिन्न जगहों पर हुई चुनावी हिंसा में अधिकारियों ने 10 लोगों के मरने की पुष्टि की है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, चुनावी हिंसा में 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। देश में रंगमती के कावखाली में सत्तारूढ़ अवामी लीग और विपक्षी बीएनपी समर्थकों के बीच झड़प में जुबो लीग के एक नेता की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। ‘जुबो लीग’ अवामी लीग की युवा शाखा है।
At least 10 people, including a law enforcement official, lost their lives in poll-related violence in Bangladesh
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‘बीडीन्यूज24’ की खबर के अनुसार, देश में रंगमती के कावखाली में सत्तारूढ़ अवामी लीग और विपक्षी बीएनपी समर्थकों के बीच झड़प में जुबो लीग के एक नेता की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। ‘जुबो लीग’ अवामी लीग की युवा शाखा है। समाचार पोर्टल के अनुसार, चटगांव में बीएनपी का कार्यकर्ता मारा गया जबकि राजशाही में अवामी लीग के समर्थक की मौत हुई है। नरसिंहगड़ी-3 संसदीय क्षेत्र में आवामी लीग का एक पोलिंग एजेंट मारा गया है।
डेली स्टार अखबार के मुताबिक, राजशाही-3 के मोहनपुर में बीएनपी के कार्यकर्ता ने हमला कर आवामी लीग के समर्थक की हत्या कर दी। वहीं चांडिना में पुलिस की गोलीबारी में ओकियाफ्रंट का एक समर्थक मारा गया है। दिनाजपुर-2 में आवामी लीग और बीएनपी समर्थकों के बीच झगड़े में एक मतदाता की मौत हो गई। कॉक्स बाजार-1 में बांग्लादेश छात्र लीग और बीएनपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में लीग के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। बोगुरा-4 में बगैल सरकारी प्राथमिक शाला में बीएनपी समर्थकों के साथ हुई झड़प में आवामी लीग के एक समर्थक की मौत हो गई। नोवाखाली-3 में जमात के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई।
चुनाव के मद्देनजर रविवार को एक महत्वपूर्ण बांग्लादेशी समाचार चैनल ‘जमुना टीवी’ का प्रसारण बंद कर दिया गया। टीवी स्टेशन के प्रधान संपादक फहीम अहमद ने कहा, ‘केबल ऑपरेटरों ने बिना कोई स्पष्टीकरण दिए जमुना टीवी का प्रसारण बंद कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘हम कार्यक्रमों का प्रसारण कर रहे हैं, लेकिन ब्लैकआउट की वजह से बांग्लादेश में हमें कोई नहीं देख पा रहा है।’ हजारों सैनिकों और अर्द्धसैनिकों सहित छह लाख सुरक्षाकर्मियों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए तैनात किया गया था। देश में 10.41 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं।
सुरक्षा एजेंसियों से धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है क्योंकि मीडिया में ऐसी खबरें आई हैं कि 16 से 26 दिसंबर के बीच शरारती तत्वों ने हिंदुओं के तीन घरों को जला दिया। बांग्लादेश के टेलीकॉम नियामक ने रविवार मध्यरात्रि तक मोबाइल 3जी/4जी सेवा बंद करने का आदेश दिया है, ताकि चुनावों के दौरान अशांति फैलाने वाली अफवाहों से बचा जा सके। 1971 में पाकिस्तान से आजादी मिलने के बाद बांग्लादेश में यह 11वां आम चुनाव है। चुनाव आयोग के मुताबिक, 300 संसदीय सीटों में से 299 सीटों पर चुनाव हुआ जिसके लिए 1,848 उम्मीदवार मैदान में थे। चुनाव के लिए 40,183 मतदान केंद्र बनाए गए थे।