इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार देश के सकल घरेलू उत्पाद के पांच प्रतिशत वाला स्वास्थ्य बजट बनाना चाहती है।
पाकिस्तान जल्द ही सिगरेट और शर्बत पर ‘सिन टैक्स’यानी पाप कर लगाने जा रहा है। यह कदम देश में स्वास्थ्य बजट को बढ़ाने के लिए उठाया जा रहा है। पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री अमीर महमूद कियानी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
स्थानीय मीडिया के अनुसार उन्होंने जन स्वास्थ्य सम्मेलन में कहा कि उनकी इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार देश के सकल घरेलू उत्पाद के पांच प्रतिशत वाला स्वास्थ्य बजट बनाना चाहती है और इस काम के लिए उसे आमदनी बढ़ानी होगी। इसके लिए सरकार कई तरह के उपाय अमल में ला रही है। इनमें से एक तरीका यह है कि तंबाकू उत्पादों और मीठे पेयों पर एक पाप कर (सिन टैक्स) लगा दिया जाए और इससे जो आमदनी होगी उसे स्वास्थ्य बजट में शामिल कर दिया जाए।
अभी सरकार स्वास्थ्य पर जीडीपी का केवल दशमलव छह फीसदी ही खर्च करती है। मीडिया रिपोर्टो में एक महानिदेशक डा. असद हफीज के हवाले से कहा गया है कि विश्व के करीब 45 देशों में इस तरह का कर लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि अभी यह तह नहीं है कि पाप कर कितना लगाया जाएगा लेकिन यह संकेत जरूर दिया कि ये अच्छा खासा होगा। हफीज ने कहा कि पाकिस्तान में 1500 युवा प्रतिदिन सिगरेट पीना शुरू करते हैं। पाकिस्तान में हर साल 108,800 लोग तंबाकू के सेवन के चलते जान गंवाते हैं। यानी रोजाना पाकिस्तान में 298 लोगों की मौत तंबाकू जनित रोगों से होती है। भारत में भी जीएसटी लागू होने के बाद एल्कोहल और तंबाकू जैसी नुकसानदेह चीजों पर सबसे ज्यादा कर लगाया गया है।