अमेरिका के ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम के दौरान समां बंध गया था। पीएम के अभिभाषण के दौरान 50 हजार से ज्यादा की भीड़ मंत्रमुग्ध होकर बड़े ध्यान से उनकी हर एक बात सुन रहे थे। वहां मौजूद लोगों के अतिरिक्त करोड़ो भारतीय भी अलग अलग माध्यमों से विदेशी जमीन से अपने प्रधानमंत्री के भाषण की हर एक पंक्ति पर गौर कर रहे थे। पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम के दौरान 7 ऐसी प्रमुख बातें कहीं जिनसे नए भारत की झलक दिखाई देती है-
नई दिल्ली: ह्यूस्टन में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम जबरदस्त सफल रहा। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में विदेशी जमीन पर बसे भारतीयों के सामने उनके देश के तरक्की का रोड मैप पेश किया। जिसमें आतंकवाद, कश्मीर, व्यापार की सुविधा, अर्थव्यवस्था, भ्रष्टाचार से मुक्ति जैसे कई अहम बिदुओं को पीएम ने स्पर्श किया।
1. आतंकवाद के खिलाफ जंग में बढ़त
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ह्यूस्टन में बताया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की जंग अब निर्णायक मोर्चे पर पहुंच गई है। उन्होंने पाकिस्तान जैसे आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों को निशाने पर रखा और कहा कि आतंकवाद के आधार पर अपने विदेश नीति का निर्धारण करने वाले देशों की पोल अब खुल गई है। भारत अब आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में बेहद अहम पड़ाव पर पहुंच चुका है। जल्दी ही आतंकवाद की चुनौती को हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में साथ देने के लिए अपने मित्र देशों अमेरिका और इजरायल का शुक्रिया अदा किया।
2.विकास की दौड़ में कोई नहीं छूटेगा पीछे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ह्यूस्टन में साफ तौर पर कहा कि वह एक भी भारतीय को विकास की राह में पीछे छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर के विकास के लिए धारा 370 खत्म की गई है। क्योंकि यह राज्य के विकास में बाधा डाल रही थी। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे धारा 370 की आड़ में आतंकवादी और पाकिस्तान परस्त ताकतें लोगों को अपने साथ जुड़ने के लिए मजबूर कर रही थीं।
पीएम मोदी के मुताबिक धारा 370 के कारण जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बाकी देश की तरह विकास नहीं हो पा रहा था, जिसकी वजह से आतंकियों और पाकिस्तान को वहां पैर जमाने का मौका मिल रहा था।
3. अर्थव्यवस्था के तेज विकास का संकल्प
पीएम मोदी ने अमेरिकी धरती से बताया कि भारत खुद तो विकास करेगा ही अमेरिका के विकास में भी अहम भूमिका अदा करेगा। उन्होंने भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने का अपना संकल्प दोहराया।
उन्होंने तेज आर्थिक विकास के लिए अपनी सरकार की कोशिशों की सराहना की और बताया कि बाधाओं के बावजूद भारत की औसत विकास दर 7.3 फीसदी पर बनी हुई है।
4. भारतीयों का जीवन होगा आसान
पीएम मोदी ने बताया कि कैसे भारत में व्यापार करना और जीवन आसान किया जा रहा है। इसके लिए उनकी सरकार लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से ही चले आ रहे कई तरह के टैक्स के झमेलों से मुक्ति दिलाई गई। कई पुराने बाध्यकारी और बेवजह कानून समाप्त कर दिए गए हैं। आयकर भरना बेहद आसान हो गया है। पासपोर्ट बनाना आसान हो गया है।
टैक्स रिफंड जल्दी आ जाता है। उज्जवला योजना के तहत करोड़ो ग्रामीण महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए गए हैं।
5. ऑनलाइन क्रांति की तरफ बढ़ता भारत
पीएम ने ह्यूस्टन में एक और अहम बात बताई कि कैसे भारत ऑनलाइन क्रांति की तरफ तेज गति से कदम बढ़ा रहा है। बताया कि कैसे केन्द्र और राज्य सरकारों की 10 हजार योजनाएं ऑनलाइन कर दी गई हैं। ऑनलाइन व्यवस्था के कारण पारदर्शिता बढ़ी है। पीएम ने बताया कि यही वजह है कि देश में 3.5 लाख जाली कंपनियों की पहचान हो गई और उन्हें खत्म करने समें सफलता मिली है। आज भारत में दुनिया का सबसे सस्ता डाटा मिलता है। उन्होंने जानकारी दी कि आज भारत में 1 जीबी डाटा की कीमत मात्र 25 सेंट है।
पीएम मोदी ने बताया कि यह ऑनलाइन व्यवस्था का ही कमाल है कि लाखों लोग एक साथ अपना इनकम टैक्स रिटर्न भरते हैं और कुछ ही दिनों में उन्हें रिफंड मिल जाता है। जबकि पहले इस काम में महीनों लग जाया करते थे।
6. सबका साथ सबका विश्वास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बताया कि उनकी सरकार को देश में सभी लोगों का विश्वास प्राप्त है। 17वीं लोकसभा में 61 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया, जो कि भारत को एक विशाल लोकतंत्र बनाता है। उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में 18 करोड़ युवाओं ने पहली बार मतदान किया और इस बार सबसे ज्यादा महिलाएं निर्वाचित होकर सदन में पहुंचीं।
आज भारत का सबसे बड़ा नारा संकल्प से सिद्धि है और संकल्प न्यू इंडिया है।
7. विविधता में एकता देश की अहम धरोहर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की मजबूत एकता की तरफ संकेत करते हुए कहा कि विविधता में एकता यही हमारी धरोहर है। हम भारतीय जहां भी जाते हैं डायवर्सिटी और डेमोक्रेसी के संस्कार ले जाते हैं। पीएम मोदी के मुताबिक आज हम यहां अमेरिका के ह्यूस्टन शहर एक नई हिस्ट्री और एक नई केमेस्ट्री बनते हुए देख रहे हैं।
उन्होंने आयोजनस्थल एनआरजी स्टेडियम का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां की एनर्जी भारत और अमेरिका की बनती सिनर्जी(सहयोग) का गवाह है।