ऊपरी तौर पर तो ये दिखाते हैं कि इन्हें समाज के दबे-कुचले लोगों की बहुत चिंता है, लेकिन असल में इनका लक्ष्य है देश में हिंसा, लूटपाट, अस्थिरता फैलाना, लोगों में देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति घृणा पैदा करना और अंततः सरकार को उखाड़ फेंकना।