नई दिल्ली. केंद्र सरकार द्वारा सभी प्रकार के स्रोतों से अब तक वैक्सीन की 55.01 करोड़ से अधिक (55,01,93,040) खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान की गई हैं। इसके अलावा 59,16,920 खुराकें भेजे जाने की तैयारी है। शुक्रवार सुबह 8 बजे तक तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से उपरोक्त खुराकों में से बरबाद हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 52,59,93,669 खुराकों की खपत हो चुकी है।

राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों तथा निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीके की अभी 2.82करोड़ से अधिक (2,82,57,130) अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल की हुई खुराकें बची हैं, जिन्हें लगाया जाना है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 52.95 करोड़ से अधिक टीके लगाये जा चुके हैं।

21 जून से शुरू किया था नया अभियान
केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और टीके लगाने की गति को तेज करने के लिए लगातार काम कर रहा है। कोविड-19 के टीकों की सर्व-उपलब्धता का नया दौर 21 जून, 2021 से शुरू किया गया है। टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिए बढ़ाया गया। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पहले से जानकारी दी जा रही है, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके।

यह भी जानें...
देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है। टीकों की सर्व-उपलब्धता के नए चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क प्रदान करेगी।

देश में कोरोना की स्थिति 

  • सक्रिय मामले कुल मामलों के 1.20 प्रतिशत हैं, मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
  • भारत में वर्तमान में 3,85,227 सक्रिय मामले हैं।
  • अब तक की सबसे अधिक रिकवरी दर, वर्तमान में 97.46 प्रतिशत है।
  • देश भर में अभी तक कुल 3,13,02,345 मरीज स्वस्थ हुए।
  • पिछले 24 घंटों के दौरान 42,295 रोगी रिकवर हुए।
  • पिछले 24 घंटों के दौरान 40,120 नए मामले दर्ज किए गए।
  • साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम बनी हुई है, वर्तमान में यह 2.13 प्रतिशत है।
  • दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.04 प्रतिशत है, यह पिछले 18 दिनों से 3 प्रतिशत से कम है।
  • टेस्टिंग क्षमता में उल्लेखनीय रूप से बढोतरी हुई है-अभी तक कुल 48.94 करोड़ जांचें की जा चुकी हैं।