तिरुचिरापल्ली. यहां स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्री में निर्मित AK 47 राइफल के सबसे छोटे वर्जन में ग्रेनेड लॉन्चर का विकल्प भी जोड़ दिया है। अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर(UBGL) को अलग-अलग रेंज से तैनात किया जा सकता है। इस राइफल को सैनिक अपने कंधे पर रखकर ग्रेनेड लॉन्च कर सकता है। अब तक करीब 10,000 NB UBGL का निर्माण और आपूर्ति की जा चुकी है। इसे  केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(Central Reserve Police Force) और राज्य पुलिस बलों ने शामिल किया है। 

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम
त्रिची असॉल्ट राइफल और AK-47 राइफल्स के लिए 40X46 मिमी अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर लॉन्च किया है। इससे सरकार की महत्वाकांक्षी 'आत्मनिर्भर भारत' की पहल को गति मिली है। बता दें कि सरकार कई हथियार और रक्षा उपकरण अब यहीं निर्मित करने लगा है। इसकी रेंज 400 मीटर और वजन सिर्फ 1.6 किलोग्राम है। यानी दुश्मनों के ठिकाने पर सटीक निशाना लगाने में यह माहिर और सुविधाजनक है। कंपनी के बयान के अनुसार इस लॉन्चर के विकल्प के कारण दुश्मनों के ठिकाने के करीब पहुंचने और TAR/AK-47 दोनों ls गोलियां और विस्फोटक हथगोले चलाने का विकल्प होगा। TAR या Baby TAR भारत में सबसे छोटा असॉल्ट राइफल है। यह AK 47 का एक कॉम्पैक्ट वर्जन है।

नक्सल और आतंकवाद विरोधी गतिविधियों में उपयोग
40 मिमी UBGL पैदल सेना, विशेष बलों, कानून प्रवर्तन इकाइयों ( law enforcement units ) और नक्सल विरोधी या जंगली इलाकों में होने वाले युद्ध अभियानों के लिए मुकाबला करने और आतंकवाद विरोधी अभियानों में बहुत उपयोगी है। इसे राइफल से एक मिनट से भी कम समय में आसानी से जोड़ा जा सकता है। 

भारत की ताकत में इजाफा
भारत की नौसेना ने अब अपनी ताकत में और ईजाफा कर लिया है। उसे हाल में इजरायल की तकनीकी( निर्माण की तकनीकी का ट्रांसफर) से तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली स्थित आयुध फैक्ट्री(Ordnance Factory) में निर्मित 25 आधुनिक मशीनगनें (machine guns) मिली हैं। इनमें से 15 नौसेना, जबकि बाकी भारतीय तटरक्षक बल ( Indian Coast Guard) को सौंपी गईं। इन मशीनगनों के आने से समुद्र की सुरक्षा और पुख्ता हो जाएगी। वहीं, भारतीय नौसेना ने 16 जुलाई को सैन डिएगो के नॉर्थ आइलैंड नेवल एयर स्टेशन में आयोजित एक समारोह में अमेरिकी नौसेना से अपने एमएच-60 आर मल्टी रोल हेलिकॉप्टर (MRH) के पहले दो हेलिकॉप्टर को स्वीकार किया।