Shivraj Singh Chauhan Profile: मध्य प्रदेश के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले शिवराज सिंह चौहान ने अपने बचपन से ही जनहित के कार्य करने शुरू कर दिये थे। अपने ही गांव के कृषि मजदूरों के हित के लिए संघर्ष करने से शुरुआत हुई। मात्र 13 साल की उम्र में आरएसएस ज्वाइन किया। शिवराज सिंह चौहान के करियर, संपत्ति, एजुकेशन, फैमिली समेत उनसे जुड़े रोचक फैक्ट आगे पढ़ें।
Shivraj Singh Chauhan Profile: शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी के नेता और नवंबर 2005 से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। एक किसान परिवार में जन्मे शिवराज सिंह चौहान का आरएसएस और भाजपा की छात्र शाखाओं से पुराना जुड़ाव रहा है। मात्र 13 साल की उम्र में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे। शिवराज सिंह के पॉलिटिकल करियर, कंट्रोवसी, संपत्ति, एजुकेशन, फैमिली से लेकर उनके शौक तक जानें शिवराज सिंह चौहान की रोचक बातें।
कौन हैं शिवराज सिंह चौहान ? (Who Is Shivraj Singh Chauhan)
नाम- शिवराज सिंह चौहान
नीकनेम- मामा (मध्य प्रदेश में इसी नाम से बुलाया जाता है)
पेशा- भारतीय राजनेता
राजनीतिक पार्टी- भारतीय जनता पार्टी
शिवराज सिंह का पॉलिटिकल करियर कैसा है? (Shivraj Singh Chouhan political career)
1972 - शिवराज सिंह चौहान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए।
1975 - वह मॉडल उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष बने।
1978- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के आयोजन सचिव बने।
1978- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के संयुक्त सचिव बने।
1980- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के महासचिव चुने गये।
1982- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बने।
1984 - वह भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेयूएम) के संयुक्त सचिव बने।
1985- वह भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेयूएम) के महासचिव बने।
1988- भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेयूएम) के अध्यक्ष बने।
1990 - शिवराज पहली बार बूढ़नी संसदीय क्षेत्र से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए।
1991- 10 वें लोकसभा चुनाव में विदिशा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार सांसद चुने गए।
1991 से 1992 के दौरान चौहान अखिल भारतीय क्षत्रिय वाहिनी में संयोजक के रूप में काम कर रहे थे।
1993 और 1996 में वे श्रम और कल्याण समिति के सदस्य रहे।
1996 - दोबारा बुधनी निर्वाचन क्षेत्र से 11 वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए।
1998 - आम चुनाव में वह अपने निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बने।
1999 – 2000- चौहान कृषि समिति के सदस्य रहे। वर्ष 1999 से 2001 में वह सार्वजनिक उपक्रम समिति के सदस्य के रूप में कार्यरत थे।
2000 से 2003- भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
2000 - शिवराज चौहान संचार मंत्रालय के परामर्शदात्री समिति के सदस्य थे।
2004 - लोकसभा चुनाव में वह पांचवी बार सांसद चुने गए।
नवंबर 2005- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद, उन्होंने अगले साल बुधनी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से उपचुनाव चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
2008 - चौहान ने मध्य प्रदेश में भाजपा की जीत का नेतृत्व करते हुए, अपनी बुधनी सीट को बरकरार रखा। उसी साल दूसरे कार्यकाल के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
2013 - फिर से बुधनी विधानसभा सीट पर जीत हासिल करते हुए, उन्होंने लगातार तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
शिवराज सिंह चौहान का फिजिकल स्टेटस
लम्बाई (लगभग) | फीट इन्च- 5’ 9” |
वजन | 76 किलोग्राम |
आंखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | काला |
शिवराज सिंह चौहान का जन्म स्थान कहां है ?
जन्मतिथि | 5 मार्च 1959 |
आयु (2023 के अनुसार) | 64 वर्ष |
जन्मस्थान | बुधनी, मध्य प्रदेश, भारत |
राशि | मीन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पसंदीदा राजनेता | नरेंद्र मोदी |
शौंक | तैराकी करना |
कितने पढ़े-लिखे हैं शिवराज सिंह चौहान ?
युनिवर्सिटी | बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल |
एजुकेशन | एम.ए (फिलॉसफी) |
शिवराज सिंह चौहान की फैमिली में कौन-कौन हैं ?
पिता - प्रेम सिंह चौहान
माता- सुंदर बाई चौहान
पत्नी- साधना सिंह
बेटा - कार्तिकेय चौहान, कुणाल चौहान
भाई- नरेंद्र सिंह चौहान (छोटे)
किस जाति के हैं शिवराज सिंह चौहान ?
धर्म | हिन्दू |
जाति | अन्य पिछड़ा वर्ग (किरार) |
पता | गांव - जेत, पोस्ट सरदार नगर, बुधनी, सेहोर, मध्य प्रदेश |
शिवराज सिंह चौहान की कुल संपत्ति कितनी है ?
नेट वर्थ | ₹5.53 करोड़ |
एसेटस | ₹6.28 करोड़ |
लोन | ₹74.15 लाख |
शिवराज सिंह चौहान से जुड़े चर्चित बातें कौन-सी हैं ?
- शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह के खिलाफ 2007 में डम्पर घोटाले में भोपाल कोर्ट ने जांच का आदेश दिया गया था। जांच के दौरान एक झूठा आवासीय पता प्रदान किया और एसआर सिंह के नाम से अपने पति का झूठा नाम रखने का भी आरोप था। हालांकि, 2011 में, साक्ष्य न मिलने के कारण दोनों को आरोपों से मुक्त कर दिया गया था।
- साल 2009 में, इंदौर के एक चिकित्सक एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ आनंद राय ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की। जिसमें उन्होंने व्यापम भर्ती घोटाले पर प्रकाश डाला। उस जनहित याचिका के सन्दर्भ में शिवराज सिंह चौहान ने एक जांच समिति की स्थापना की। जिसने वर्ष 2011 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। लेकिन फिर वर्ष 2013 में आनंद राय ने कहा कि इस घोटाले में कई ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश के चिकित्सक संस्थानों में फर्जी ढंग से प्रवेश प्राप्त किया है। जिसके चलते उच्च न्यायालय की देखरेख में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया गया। वर्ष 2015 में, सर्वोच्च न्यायालय ने विशेष कार्य बल से केस को सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई की जांच में इसमें शिवराज सिंह चौहान का नाम भी सामने आया। लेकिन वर्ष 2017 में, सीबीआई ने उन्हें क्लीन चिट दे दी।
- शिवराज सिंह चौहान पर क्षेत्रीयवाद की राजनीति करने का भी आरोप लगा है जब उन्होंने राज्य से बाहर के लोगों को मध्य प्रदेश में काम ना करने देने जैसा विवादास्पद बयान दिया। इसके उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान को बदल दिया।
- जून 2017 में, मध्य प्रदेश में किसानों द्वारा कृषि आधारित अपनी मांगों को लेकर शांति पूर्ण धरना-प्रदर्शन किया जा रहा था कि अचानक किसानों द्वारा इस आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया। जिसके चलते पुलिस द्वारा गोलियां चलाई गई जिससे पांच किसानों की मौत हो हो गई। जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। इस आंदोलन को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दशहरा मैदान पर 28 घंटे का उपवास रखते हुए लोगों को संबोधित किया और कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा किसानों के कल्याण का कार्य किया जा रहा है और सरकार हमेशा किसानों के साथ है। जिस पर कांग्रेस पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि, उपवास की बजाय पुलिस को नियंत्रित करें।
- जनवरी 2018 में, शिवराज सिंह चौहान ने सरदारपुर रैली के दौरान सार्वजनिक रूप से अपने अंगरक्षक को थप्पड़ मारा था जिससे वे विवादों में घिर गये थे।
शिवराज सिंह चौहान से जुड़ी कुछ रोचक बातें कौन सी हैं ?
- शिवराज सिंह चौहान का जन्म एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में हुआ। उनका परिवार कृषि से जुड़ा हुआ है।
- बचपन में उन्हें तैराकी करने का बहुत शौक था। अक्सर वे नर्मदा नदी के किनारे तैराकी करने जाते थे।
- शिवराज सिंह चौहान ने 9 वर्ष की उम्र से ही जनहित कार्य करने की शुरुआत कर दी थी। उन्होंने अपने गांव के कृषि मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष किया।
- उन्होंने 70 के दशक में अपनी किशोरावस्था में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हुए।
- उन्होंने बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल से एम.ए. (फिलॉसफी) में स्वर्ण पदक जीता और जबकि पेशे से वह एक कृषक रहे हैं।
- वर्ष 1976-77 के बीच, आपातकाल के खिलाफ भूमिगत आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा।
- शिवराज सिंह चौहान के राजनीतिक जीवन की शुरुआत कॉलेज स्तर से शुरू हुई और पार्टी स्तर पर उन्होंने कई प्रतिष्ठित पदों पर कार्य किया।
- वह 2005 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पद वर्तमान में भी उन्ही के पास है।
- उन्हें वर्ष 2011-12 में गेहूं का सबसे अधिक उत्पादन करने के लिए “कृषि कर्मन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
- उसी वर्ष उन्हें एनडीटीवी द्वारा Indian of the year पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2012 में, उन्हें मध्य प्रदेश लोक सेवा गारंटी अधिनियम के लिए संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया
- शिवराज सिंह चौहान को पार्टी में “मिस्टर क्लीन” का टाइटल दिया गया, क्योंकि अपने संसदीय क्षेत्र से हर बार वही विजयी होते हैं। लेकिन मीडिया में कुछ घोटालों के खोले जाने पर उनका “मिस्टर क्लीन” का टाइटल वापस ले लिया गया था।
Last Updated Sep 14, 2023, 6:28 PM IST