प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली जनसभा में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। मंगलवार को निजामाबाद में पीएम ने आरोप लगाया कि दोनों ‘दोस्ताना मैच’ खेल रहे हैं। समावेशी विकास के भाजपा के वादे को दोहराते हुए मोदी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति ने विकास को दीमक की तरह नुकसान पहुंचाया है।

उन्होंने कहा, ‘तेलंगाना के मुख्यमंत्री और उनका परिवार सोचता है कि वे कांग्रेस की तरह कोई काम नहीं करके निकल सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस की शैली अपना ली, जिसने 50-52 साल तक बिना कुछ किे शासन किया, लेकिन अब यह नहीं चल सकता।’ मोदी ने कहा, ‘टीआरएस और कांग्रेस परिवार शासित पार्टियां हैं और तेलंगाना चुनाव में दोनों दोस्ताना मैच खेल रही हैं।’  

चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली टीआरएस सरकार पर वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक बार कहा था कि निजामाबाद को लंदन जैसे स्मार्ट शहर में बदल देंगे लेकिन यह शहर आज भी पानी, बिजली और अच्छी सड़कों की कमी से जूझ रहा है।

उन्होंने कहा कि राव ने असुरक्षा की भावना की वजह से आयुष्मान भारत योजना में हिस्सा नहीं लिया जिसके तहत केंद्र सरकार गरीबों के पांच लाख रुपये तक के इलाज का खर्च उठाएगी। 

मोदी ने कहा, ‘मुख्यमंत्री इतना असुरक्षित महसूस करते हैं कि वह ज्योतिषियों पर भरोसा करते हैं, पूजा करते हैं और नींबू-मिर्ची बांधते हैं। इसलिए जब हमने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की तो उन्होंने इसमें शामिल नहीं होने का फैसला किया। उन्हें डर था कि मोदीकेयर लागू हुई तो लोग उन्हें खारिज कर देंगे। उन्होंने राज्य की गरीब जनता के साथ नाइंसाफी की।’ 

प्रधानमंत्री ने इस तरह की खबरों पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की कि कांग्रेस ऐसा घोषणापत्र तैयार कर रही है जिसमें मुसलमानों के लिए अलग स्कूल और अस्पताल खोलने का प्रावधान होगा। इस पर मोदी ने कहा कि भाजपा केवल ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को अपनाती है और वोट बैंक की राजनीति के खिलाफ है।