Chanakya Niti: पार्टनर की इन आदतों से शादी में आ सकता है भूचाल, हो जाएं सावधान!
आचार्य चाणक्य ने शादीशुदा ज़िंदगी को लेकर कई बातें बताई हैं। चाणक्य नीति के अनुसार, अगर आपके पार्टनर में झूठ, अहंकार और गुस्से जैसी आदतें हैं, तो रिश्ता दुख और तकलीफों से भर सकता है।

आचार्य चाणक्य के बारे में किसी को कुछ खास बताने की जरूरत नहीं है। उनकी लिखी बातें और शिक्षाएं आज भी मशहूर हैं। चाणक्य ने कई साल पहले ही अपनी 'चाणक्य नीति' में इंसानी रिश्तों के बारे में बताया था। चाणक्य नीति के अनुसार, शादीशुदा ज़िंदगी में दुख और तकलीफों की कुछ खास वजहें होती हैं। अगर आपके पार्टनर में कुछ खास आदतें हैं, तो ज़िंदगी भर दुख झेलना पड़ सकता है। आइए, जानते हैं कि वे आदतें कौन-सी हैं।
"झूठ बोलने वाला इंसान न तो दोस्ती के लायक होता है और न ही शादी के।" यह चाणक्य का कहना है। शादी का रिश्ता भरोसे पर चलता है। अगर पार्टनर को बार-बार झूठ बोलने की आदत हो, तो घर में शक पैदा होने लगता है। जब भरोसा टूटता है, तो प्यार कम हो जाता है। ऐसे में ज़िंदगी सिर्फ लड़ाइयों से भर जाती है।
अहंकारी स्वभाव
चाणक्य ने अहंकार को 'परिवार के विनाश की जड़' कहा है। पति-पत्नी में से किसी एक में भी अहंकार हो, तो यह झगड़ों की वजह बनता है। अहंकारी इंसान अपने पार्टनर की भावनाओं की कद्र नहीं करता। ऐसे माहौल में प्यार और सम्मान टिक नहीं पाते।
चाणक्य के अनुसार, अगर पति-पत्नी में से कोई एक बहुत ज्यादा जलता है, तो वे दूसरे की तरक्की बर्दाश्त नहीं कर पाते। इससे परिवार में माहौल खराब होता है। पति की सफलता से पत्नी का जलना या पत्नी की तरक्की पर पति का जलना, शादीशुदा ज़िंदगी की शांति को खत्म कर देता है।
सब्र की कमी
चाणक्य के अनुसार, "गुस्सैल साथी घर को खाली कर देता है।" जो इंसान गुस्से में अपनी बातों और व्यवहार पर काबू खो देता है, वह घर में डर का माहौल बना देता है। ऐसा माहौल बच्चों के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता।
चाणक्य नीति के अनुसार, जिस पार्टनर में ईमानदारी, सम्मान, आभार, प्यार और जिम्मेदारी की भावना नहीं होती, वह ज़िंदगी को बर्बाद कर देता है। ऐसे लोग स्वार्थी होते हैं और उनके साथ रहने का मतलब है ऐसी उम्मीदों के साथ जीना जो कभी पूरी नहीं होंगी।
नशे की लत वाला पार्टनर
"जिस घर में किसी को नशे की लत हो, वह घर शापित होता है।" यह चाणक्य का कहना है। बुरी आदतों वाला इंसान परिवार पर आर्थिक बोझ और मानसिक तनाव डालता है। प्यार भले ही हो, लेकिन सुरक्षा नहीं रहती। इसका बच्चों पर भी बुरा असर पड़ता है।
चाणक्य नीति के अनुसार, "जिस घर में सम्मान नहीं होता, वहां शांति नहीं रहती।" अपने पार्टनर को नीचा दिखाना, बेइज्जत करना और बातों से दुख पहुंचाना शादीशुदा ज़िंदगी को बर्बाद कर देता है। बिना सम्मान का रिश्ता चाहे कितना भी लंबा चले, उसमें कभी खुशी नहीं मिलती।