कहीं घूमने का मजा न बन जाए दर्दनाक सजा, महाराष्ट्र के इन वॉटरफॉल से रहें जरा बचकर
First Published Jul 19, 2024, 5:31 PM IST
Dangerous Waterfall in Maharashtra: महाराष्ट्र के रायगढ़ में सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर अन्वी कामदार की वॉटरफॉल संग रील बनाने के चक्कर में मौत हो गई। वीडियो शूट के दौरान अन्वी का बैलेंस बिगड़ गया और वो 350 फीट नीचे झरने की चट्ठान में गिर गई। सोचिए ये मंचर कितना भयावह रहा होगा। अगर आप भी मानसून में महाराष्ट्र के वॉटरफॉल का मजा लेने आ रहे हैं तो कुछ खतरनाक वॉटरफॉल से दूर ही रहें।
कुंभे वॉटरफॉल (Kumbhe Waterfall)
रायगढ़ स्थित कुंभे वॉटरफॉल की खूबसूरती देखने हर साल बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां आने पर आपको खूबसूरत नज़ारों का मजा लेना चाहिए लेकिन ऊंचाई में किनारों से बचना चाहिए। कई बार रील्स बनाने के चक्कर में लोग खाई तक में गिर जाते हैं।
खारघर का पांडवकाडा (Pandavkada Falls)
नवी मुंबई स्थित पांडवकाडा भी खतरनाक स्थान माना जाता है। यहां भी मानसून में लोगों के जाने पर रोक लगा दी गई है। इसका सबसे बड़ा कारण डैम के आसपास हुई दर्दनाक मौत है। लोग पहले यहां मानसून में झरने का आनंत लेने आते थे। अब सरकार ने जून से सितंबर तक डैम के आसपास पर्यटकों को आने से मना कर दिया है।
सतारा का थोसेघर झरना (Thoseghar Waterfall)
सतारा के लगभग 20 किमी की दूरी में स्थित थोसेघर झरना भी अपनी ग्रीनरी और वॉटरफॉल के लिए फेमस है। ये झरना 500 मीटर की ऊंचाई से गिरता किसी जन्नत जैसा महसूस होता है। झरने का पानी खाई में गिरता है तो इसे भी रिस्की प्लेस कहा जा सकता है। अगर थोसेघर जा रहे हैं तो बहुत सावधानी बरतें।
रायगढ़ का देवकुंड वॉटरफॉल (Devkund Waterfall)
देवकुंड वॉटरफॉल में लोग झरने का आनंद लेने बढ़ी संख्या में पहुंचते हैं। यहां मानसून में पानी बहुत तेजी से बढ़ने लगता है। यहां भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और कुछ ट्रेकर्स मर चुके हैं। देवकुंड वॉटरफॉल जाने से पहले सुरक्षा संबंधी सभी इस्तेजाम कर लें।
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