बारिश में जा रहे हैं पहाड़ियों पर घूमने तो इन 6 बातों का रखें ध्यान
First Published Jul 2, 2024, 11:03 AM IST
30 जून को लोनावाला में भूशी बांध के पास एक जलाशय में 4 बच्चों और एक महिला सहित 5 लोग डूब गए। जानकारी के अनुसार परिवार झरने पर रुका था। लगातार बारिश के कारण जल स्तर अचानक बढ़ गया और परिवार रास्ते के बीच में फंस गया और फिर यह दर्दनाक हादसा हो गया।
बारिश में जा रहे हैं पहाड़ियों पर घूमने- झरनों में नहाने तो इन 5 बातों का रखें ध्यान
30 जून को लोनावाला में भूशी बांध के पास एक जलाशय में 4 बच्चों और एक महिला सहित 5 लोग डूब गए। जानकारी के अनुसार परिवार झरने पर रुका था। लगातार बारिश के कारण जल स्तर अचानक बढ़ गया और परिवार रास्ते के बीच में फंस गया और फिर यह दर्दनाक हादसा हो गया। ऐसे स्थानों पर जाने से पहले सेफ्टी के बारे में जरूर जान लें।
पहाड़ी क्षेत्र में घूमने जाने से पहले ही बरतनी चाहिए सतर्कता
मुंबई। लोनावाला भुशी बांध त्रासदी को याद कर लोगों का कलेजा कांप गया। जहां एक परिवार झरने के पास पिकनिक मनाने गया था। ये घटना उन लोगों को सचेत करती है, जो बारिश के मौसम में पिकनिक मनाने ऐसे स्थलों की ओर जाते हैं या जाने की योजना बना रहे हैं। झरने और पहाड़ी इलाकों में बारिश के दौरान यात्रा करने वाले लोगों को क्या-क्या और कहां, कैसी सावधानी बरतनी चाहिए, आईए बताते हैं।
अक्सर झरने और नदियों में डूबने की होती हैं घटनाएं
बरसात के मौसम के दौरान हर साल नदियों और झरनों के पास लोगों के बहने और डूबने की घटनाएं होती रहती हैं। यदि आप कहीं भी किसी लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की यात्रा कर रहे हैं, तो मानसून के दौरान झरनों के पास जाते और पहाड़ियों की सुंदरता का आनंद लेते समय अपनी और अपने साथ जाने वालों की सिक्योरिटी जरूर सुनिश्चित करने के तरीके जान लें।
1. इन बातों का रखें विशेष ध्यान
मानसून के दौरान नदियां और झरने में पानी का तेज बहाव और प्राकृतिक सौंदर्यता हमेशा से लोगों को आकर्षित करती रही है। आप भी ऐसे किसी पर्यटन स्थल की ओर जा रहे हैं तो पहले मौसम का हाल जरूर चेक कर लें। बारिश या तूफान के दौरान झरनों के पास जाने या पहाड़ी इलाकों में ट्रैकिंग करने से भी बचें। यदि झरने के पास हों और भारी बारिश होने लगे, तो तुरंत धारा या नदी से दूर चले जाएं।
2. बारिश के दौरान तेज धारा में स्वीमिंग से बचें
झरनों के नीचे बने तालाब पिकनिक के लिए बेहतरीन स्थान हैं, लेकिन मानसून के दौरान इनसे बचना चाहिए। अक्सर इन तालाबों तेज बहाव होता है, जो आपको बहा सकता है। इसके अतिरिक्त, वार्निंग सिग्न और निर्दिष्ट सुरक्षित क्षेत्रों पर भी ध्यान देना चाहिए। झरनों के पास चट्टानों पर चढ़ने से बचे। रिस्क भरी छलांग या गोता लगाने का भी प्रयास नहीं करना चाहिए।
3. लोकल लैंग्वेज और लोगों के बारे में पहले कर लें पता
पर्यटन के दौरान कई युवा अननोन स्थल की ओर बिना किसी गाइड के चल देते हैं। झरना कहां से बह रहा है, वहां जाने का प्रयास करते हैं। ऐसे में मानसून गड़बड़ होने पर उनके फंसने का खतरा रहता है। जिससे बचना चाहिए। खासकर मानसून के दौरान जब पानी का स्तर अचानक बढ़ सकता है और आपको बचने के लिए बहुत कम मिलता है।
4. अननोन एरिया में जाने पर लोकल लोगों से रखें खुद को कनेक्ट
किसी भी अननोन स्थल पर जाने से पहले उस स्थान के बारे में रिसर्च कर लें, सिक्योर होने पर ही जाएं। अगर बारिश के दौरान किसी अननोन जगह पर चले गए हैं तो आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका लोकल लोगों या पार्क रेंजरों से वहां की स्थिति और सिक्योरिटी के बारे में जानकारी लेकर लें।
5. कपड़े और अच्छी ग्रिप वाले जूते होते हैं बहुत जरूरी
बारिश के मौसम में घूमने जाते समय कपड़ों के साथ बढ़िया क्वालिटी के जूते भी होने चाहिए, जिनकी जमीन पर अच्छी ग्रिप हो। कभी-कभी स्लिप और सुरक्षित यात्रा के बीच का अंतर अच्छे जूते होते हैं, जिनकी ग्रिपिंग बड़ी कारगर साबित होती है, खासकर कीचड़ वाले क्षेत्रों में। इसके अलावा एक हल्का रेनकोट, जल्दी सूखने वाले कपड़े और एक प्री मेडिकल किट भी साथ रखें और जलीय क्षेत्रों के पास कीमती सामान ले जाने से बचें।
6. इमरजेंसी नंबर जरूर रखे सेव
अपने फ़ोन पर लोकल इमरजेंसी कांटेक्ट नंबर जरूर सेव रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत सूचना दी जा सके। अगर आप किसी को परेशानी में देखें तो तुरंत मदद के लिए कॉल करें। जब तक आप ट्रेंड न हों और आपके पास उचित इक्यूपमेंट न हों, पानी में डूबने वाले को स्वयं से बचाने की कोशिश न करें, अन्यथा आपकी जान भी खतरे में पड़ सकती है।