लाइफ़स्टाइल। 'अल्जाइमर' डिजीज एक डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति किसी भी घटना, व्यक्ति का नाम, स्थान आदि को याद रखने में समस्या महसूस करता है। इसे भूलने वाली बीमारी के नाम से भी जाना जाता है। हाल ही में हुई स्टडी में ये बात सामने आई है कि बीसीजी (Bacillus Calmette-Guerin) वैक्सीन की मदद से मरीजों में इलाज करने से अल्जाइमर का जोखिम कम हो जाता है। इस वैक्सीन की मदद से कई लाखों लोगों में बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। 

टीबी वैक्सीन से बच सकते हैं अल्जाइमर मरीज 

20वीं सदी में ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) की समस्या से बचने के लिए वैक्सीन की खोज की गई थी। अब शोध में ये बात सामने आ रही है कि अल्जाइमर के मरीजों में इस दवा का सकारात्मक असर दिख रहा है। बीसीजी वैक्सीन अल्बर्ट कैमलेट और केमिली गुएरिन ने इन्वेंट किया था।इस वैक्सीन की मदद से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है। ऐसा माना जा रहा है कि ये वैक्सीन अमाइलॉइड बीटा प्रोटीन को हटाने में मदद करेगी जिससे दिमाग के विकार के लक्षणों को कम किया जा सकता है। बीसीजी वैक्सीन का इस्तेमाल कर बीमारी को टाला भी जा सकता है। 

कम साइड इफेक्ट वाली ब्रेस्ट कैंसर मेडिसिंस

शोधकर्ताओं ने हाल ही में कम दुष्प्रभाव वाली ब्रेस्ट कैंसर दवाओं के बारें में क्लीनिकल टेस्ट किया है। माना जा रहा है कि ब्रेस्ट कैंसर से लड़ने वाले पेशेंट में इन दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकेगा। ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने पाया है कि ओरल मेडिसिन 'एनोबोसार्म' का इस्तेमाल ट्यूमर के खात्मे में मदद करता है।

स्टमक वायरस फैल रहा है अमेरिका में

अमेरिका में नोरोवायरस नामक वायरस लोगों को तेजी से बीमार कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लोगों में पेट दर्द, दस्त, उल्टी जैसे लक्षण दिख रहे हैं। तेजी से फैल रहे इस वायरस के कारण न्यूयॉर्क शहर में स्कूल को बंद करना पड़ा है।

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