हेल्थ डेस्क। लड़कियों या महिलाओं के चेहरे में बालों की ग्रोथ चर्चा का विषय बन जाती है। कई लोग तो इसका बुरी तरह से मजाक बनाने में भी पीछे नहीं रहते हैं। चेहरे में बालों की अधिक ग्रोथ एक स्थिति या कंडीशन के कारण होती है जिसे हिर्सुटिज्म कहा जाता है। जानते हैं कि आखिर Hirsutism के कारण शरीर में क्या परिवर्तन होता है। 

हिर्सुटिज्म (Hirsutism) कंडीशन से क्या मतलब है

हिर्सुटिज्म (Hirsutism) एक ऐसी स्थिति है जब महिलाओं या टीनएजर्स गर्ल्स के शरीर के विभिन्न हिस्सों में मोटे और गहरे रंग के बाल आने लगते हैं। ऐसा शरीर में एंड्रोजन हॉर्मोन अधिक बनने के कारण होता है। जिन महिलाओं को ओवरी डिसऑर्डर होता है उनमें भी हिर्सुटिज्म की समस्या पैदा हो जाती है। 

कितना कॉमन होता है महिलाओं में हिर्सुटिज्म 

हिर्सुटिज़्म 5% से 10% महिलाओं को प्रभावित करता है। बच्चा पैदा करने की उम्र में इस कंडीशन के होने की अधिक संभावना रहती है। हिर्सुटिज्म के कारण शरीर को किसी भी फिजिकल प्रॉब्लम का सामना नहीं करना पड़ता है बल्कि साइकोलॉजिकल बुरा असर जरूर पड़ता है। हिर्सुटिज्म के कारण महिलाओं या लड़कियों को स्ट्रेस, डिप्रेशन हो सकता है।

हिर्सुटिज्म के लक्षण (Symptoms of Hirsutism)

हिर्सुटिज्म की समस्या होने पर महिलाओं या फिर लड़कियों में निम्नलिखित लक्षण दिख सकते हैं।

  • लड़कियों की आवाज का भारी होना
  • ब्रेस्ट साइज कम होना
  • मसल्स डेवलपमेंट बढ़ जाना
  • सेक्स ड्राइव कम हो जाना
  • चेहरे पर एक्ने या मुहांसे आ जाना

 हिर्सुटिज्म के कारण  (Cause of Hirsutism in women)

हिर्सुटिज्म की समस्या एक नहीं बल्कि कई बॉडी कंडीशन से जुड़ी हो सकती है। 

  • जिन महिलाओं को Polycystic ovarian syndrome (PCOS) की समस्या होती है, उनके चेहरे में बालों की ओवरग्रोथ दिख सकती है।
  • महिलाओं में पोस्टमोनोपॉज (Postmenopause) यानी महावारी बंद होने के बाद हिर्सुटिज्म के लक्षण दिख नज़र आ सकते हैं। 
  • कुछ एंटीबायोटिक्स या स्टेरॉइड्स भी लड़कियों या महिलाओं के चेहरे या शरीर में अधिक बाल आ जाते हैं। 
     

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