भारत में ब्रिटिश काउंसिल के निदेशक एलन जेममेल ओबीई ने परिषद की 70 वीं वर्षगांठ के समापन के अवसर पर कहा कि हमें कश्मीरी ऊन जिसका हम प्रयोग करते हैं, चूडियां जिनको हम पहनते हैं, शैम्पू जो हमारे बालों को साफ करता है, चीता जिसकी गति की हम प्रशंसा करते हैं, पायजामा, जिसे पहनकर हम सोते हैं,  करी और खिचड़ी जिसे हम खाते हैं। हम इन सबके लिए भारत का धन्यवाद करना चाहिए। इसके साथ ही हमें भारत की अनोखी बोलियों तथा उन लोगों का भी धन्यवाद करना चाहिए जिन्होंने पिछले चार सौ वर्षों से इन भाषाओं को जिंदा रखा और  पीढ़ी दर पीढ़ी इन भाषाओं को फैलाया है। 

समारोह में ऑक्सफोर्ड अंग्रेजी शब्दकोश में भारत के महान योगदान के बारे में बताया गया। समारोह में भारतीय मूल के 70 शब्द को भी साझा किया गया। जिन्होंने दोनों देशों के बीच निकटता और समझ को रेखांकित करते हुए एक शानदार  शुरूआत की। भारतीय मूल के 70 शब्द जिसमें लोग और स्थान, भोजन, कपड़े और सहायक उपकरण, समाज, वन्यजीवन और प्रकृति जैसे श्रेणियों के अलावा अन्य श्रेणियों को भी शामिल किया गया। इसके अलावा कुछ सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले भारतीय शब्द रायता, पश्मीना, भेलपुरी, दाल और चटनी को भी शामिल किया गया। समारोह में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि कैसे अंग्रेजी भाषा भारतीय मूल के शब्दों के साथ विकसित हुई है। भेलपुरी, चूड़ीदार जैसे शब्द अभी हाल ही में जोड़े गए हैं।

जेममेल ने कहा कि सदियों से ब्रिटेन और भारत के बीच कई सारे ऐसे सबंधं रहे हैं जिसके चलते दोनों  के  विचार, भाषा, सामान और सेवाएं आपस में परिवर्तित हो गई हैं। उन्होंने कहा कि हम आज अपने 70 वें वर्ष का जश्न मना रहें हैं। इस अवसर पर हम यह कहते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं कि हम इन 70 वर्षों में हर दिन भारत से प्रेरित हुए हैं। हम आशा करते हैं हम दोनों देश अपने यहां के युवाओं को यह सोचने के लिए प्रेरित करेंगे कि आने वाले 70 वर्षों में और क्या अच्छा हो सकता है । हमारे 70 शब्द अंग्रेजी भाषा में हमरे  सबंधं और प्रकृति की परतों का एक क्षणिक अनुशरण  हैं। यहां कुछ 14 शब्दों हैं, जिन्हें ब्रिटिश और भारतीय कलाकारों ने चित्रों के माध्यम से इस समारोह के लिए बनाया है। 

वे भारतीय शब्द, जिन्हें ऑक्सफोर्ड शब्दकोश में जगह मिली  है:

वस्त्र और सहायक सामग्री

बिंदी; चूड़ी; चूड़ीदार; कमरबंद; पश्मीना; पजामा; शाल

भोजन

भेलपुरी; चटनी; करी; दल; खिचड़ी; रायता

उच्च समाज और राज्य

चिट; जिमखाना; खाकी; पालकी; पोलो; पक्का; टिफिन

घर - बार

बंगला; छींट; खाट; लाह; शैम्पू; टैंक; बरामदा

लोग और स्थान

शक्तिशाली,कश्मीरी; जोधपूर; जंगल

लोग और समाज

मंदारिन; मंगोली; पंडित; पर्दा; स्वामी; ठग; यार

धर्म और आध्यात्मिकता

अवतार; धर्म; गुरू; कर्मा; मंत्र; निर्वाण; योग

व्यापार और समुद्र

एटोल; कटमरैन; कौड़ी; कश्ती; नीचे जाओ; चटाई; जूट

वन्यजीव और प्रकृति

चीता; लंगूर; नेवला; मैना; पचौली; टीक

इसके अलावा

चेरुट; चौकी; जूट; लूट; पंच; रोटी आदि।