Ram Navami 2024: चैत्र नवरात्रि के बाद हर रामभक्त को इंतजार है तो रामनवमी का। इस साल रामलला के जन्म का शुभ दिन 17 अप्रैल को मनाया जाएगा। जगह-जगह पर रामनवमी यात्राएं निकाली जाती हैं अब तो अयोध्या में राम मंदिर बनकर भी तैयार हो गए हैं ऐसे में उम्मीद है लाखों श्रद्धालु इस पावन अवसर पर आराध्य श्री राम के दर्शन करने अयोध्या नगरी पहुंचेगे। प्रशासन का मानना है 17 तारीख को करीब 11 से 12 लाख लोग आ सकते हैं। ऐसे में भक्तों से अपील की जा रही है की वह दर्शन के लिए बाद में आए। अगर आप भी अयोध्या जानें का प्लान बना रहे थे लेकिन भारी भीड़ जाने से रोक रही है तो आज हम आपके लिए खास राम मंदिर लेकर आए हैं जहां जाकर आप रामनवमी मना सकते हैं।

दक्षिण भारत में स्थित भगवान राम का अनोखा मंदिर

प्रभु श्री राम धनुर्विद्या के महारथी थे। उन्हें वेदों से लेकर पुराणों तक में धनुषधारी बताया गया है। यहां तक ज्यादातर राम मंदिरों में भगवान राम की मूर्ति बिना धनुष बाण के अधूरी मानी जाती है लेकिन तमिलनाडु राज्य में एक ऐसा मंदिर स्थित है। जहां रामलला बिना धनुष-बाण के विराजमान है। खास बात ये है कि यहां पर श्री राम जी की मूर्ति खड़ी हुई अवस्था में नहीं बल्कि बैठक अवस्था में है। जो दर्शकों के बीच आस्था का केंद्र है। मंदिर का नाम योग रामर मंदिर (Yoga Ramar Temple) है। जिसके दर्शन करने दूर-दूर से भक्त आते है। खासियत की बात करें तो ये मंदिर लगभग 10 एकड़ में फैला हुआ है।

कैसे पहुंचे योग रामर मंदिर ? (Sri Yoga Ramar Temple, Nedungunam) 

अगर आप भी दुनिया के इकलौते बिना धनुष-बाण वाले राम मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो रामनवमी पर यहां की ट्रिप प्लान कर सकते हैं। ये मंदिर तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई सिटी से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां बस,रेल और फ्लाइट तीनों से डायरेक्ट पहुंचा जा सकता है। अगर बस से आ रहे हैं तो कोयम्बेडु बस स्टेशन 5 किलोमीटर की दूरी पर है जबकि पोलूर रेलवे स्टेशन 3-4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। हालांकि वहीं आप फ्लाइट से आना चाहते हैं तो इसके आपको चेन्नई आना होगा और फिर वहा से बस या टैक्सी से आप मंदिर पहुंच सकते हैं। मंदिर के दर्शन करने का समय सुबह 6 बजे से शाम 7 बजकर 3 मिनट तक है। ऐसे में दिन में किसी भी वक्त आप राम मंदिर आ सकते हैं। 

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