क्या आपका फ्रिज UTI जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है? एक हालिया स्टडी में पता चला है कि रेफ्रिजरेटर में दूषित मांस और फूड आइटम बैक्टीरिया पनपा सकते हैं, जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है।
Refrigerator and UTI: आमतौर पर फूड आइटम को सेफ रखने के लिए रेफ्रिजरेटर में यूज किया जाता है। लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एक स्टडी में सामने आया है कि फ्रिज, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) जैसी गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है। आइए इस बारे में डिटेल में जानते हैं।
UTI क्या है?
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) यूरिनरी सिस्टम में होने वाला एक इंफेक्शन है, जिसमें मुख्य रूप से किडनी, यूरिनरी ब्लैडर, यूरिनरी ट्रैक्ट और यूरेथ्रा प्रभावित होते हैं। इसके प्रमुख लक्षणों में पेशाब करते समय जलन या दर्द, बार-बार पेशाब आना, पेशाब में खून आना आदि शामिल है। इसके अलावा पेट के निचले हिस्से में दर्द, बुखार और थकान भी फील हो सकती है। यह इंफेक्शन अक्सर तब होता है, जब ई. कोली (E. coli) जैसे बैक्टीरिया यूरेथ्रा के जरिए यूरिनरी ट्रैक्ट में प्रवेश कर जाते हैं।
रेफ्रिजरेटर और UTI के बीच कनेक्शन
हाल ही में पब्लिश एक अमेरिकी स्टडी के मुताबिक, रेफ्रिजरेटर में रखे दूषित मांस और अधपके फूड आइटम यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। रेफ्रिजरेटर में रखे मांस में ई. कोली और क्लेबसिएला जैसे बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। जब इन दूषित फूड आइटम को सही तरीके से साफ या पकाया नहीं जाता, तो बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। रेफ्रिजरेटर की रेगुलर सफाई न करने से बैक्टीरिया और माइक्रोब्स बढ़ जाते हैं। ये बैक्टीरिया अन्य फूड आइटम को भी दूषित कर सकते हैं।
स्टडी में क्या कहा गया?
स्टडी में यह पाया गया कि ई. कोली और क्लेबसिएला प्रोटीन जैसे बैक्टीरिया रेफ्रिजरेटर में मौजूद मांस और अन्य फूड आइटम के जरिए फैल सकते हैं। अगर इन्हें सही टेम्प्रेचर पर न रखा जाए, तो बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। रिसर्च में यह भी कहा गया है कि मांस को ठीक से पकाने और रेफ्रिजरेटर की सफाई पर ध्यान देना आवश्यक है।
UTI से बचने के लिए फ्रिज का सही यूज कैसे करें?
रिसर्च के मुताबिक, हर 15 दिन में फ्रिज की गहरी सफाई करें। साबुन या बेकिंग सोडा और गर्म पानी का उपयोग करके सभी अलमारियों और कोनों को साफ करें। हर फूड आइटम को एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। मांस और सी-फूड को अलग से रखें। फ्रिज का तापमान हमेशा 4°C से कम रखें। फ्रीजर का तापमान -18°C पर सेट करें। मांस को पकाने से पहले अच्छी तरह धोएं। यह भी देखें कि मांस अच्छी तरह से पक गया है और कच्चा न रह जाए। रेफ्रिजरेटर में कोई भी खराब भोजन न रखें। फल, सब्जी और दूध जैसे खाद्य पदार्थों की ताजगी रेगुलरली जांचें।
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Last Updated Nov 25, 2024, 3:11 PM IST